BNP NEWS DESK। Sankat Mochan Music Festival संकट मोचन संगीत समारोह के 101 वें आयोजन की शुरुआत इस बार 27 अप्रैल से होगी। कुल छह दिनों तक चलने वाला यह कार्यक्रम दो मई को समाप्त होगा। हनुमत प्रभु के दरबार में दुनियाभर के 21 शहरों के 49 मुख्य कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी।
Sankat Mochan Music Festival इस बार कविता कृष्णमूर्ति भी सुरों से सांगीतिक साधना हनुमत दरबार में करेंगी तो वहीं गजल गायक अनूप जलोटा और मालिनी अवस्थी भी प्रभु के दरबार में हाजिरी लगाएंगी। संगीत समारोह की पहली निशा की शुरुआत 27 अप्रैल को पंडित रतिकांत महापात्रा और सृजन संस्था के ओडिसी नृत्य से होगा।
संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने रविवार को तुलसीघाट स्थित आवास में कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि समारोह का यह 101वां वर्ष है। इसकी पहली निशा में लगी भोर में साजन मिश्र अपने पुत्र स्वरांश के साथ हाजिरी लगाकर सुरों से साधना करेंगे। आयोजन के क्रम में तीसरी निशा से संलग्न भोर में पं. राजन मिश्र के पुत्र रीतेश-रजनीश हनुमत चरणों में हाजिरी लगाएंगे।
वहीं ड्रमवादक शिवमण भी अपनी धुनों से श्रोताओं को मंत्रमुग् करते नजर आएंगे। ड्रम से लेकर पखावज तक और सितार से लेकर गिटार तक भारत के सभी छह क्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति होगी। प्रोफेसर विश्वम्भरनाथ मिश्र ने बताया कि इस बार के आयोजन में नामचीन कलाकारों के साथ युवा कलाकारों को भी मौका दिया गया है।
पूरे समारोह की तीसरी व छठवीं निशा में आठ-आठ प्रस्तुतियां, तो वहीं पहली, दूसरी, चौथी व पांचवीं निशा में सात-सात प्रस्तुतियां होंगी। इस पूरे समारोह में करीब 88 कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी।
कई युवा कलाकारों को मिल रहा मौका
इस बार काशी के कई युवा शास्त्रीय कलाकारों को संगीत समारोह में मौका दिया गया है। ये सभी युवा कालाकारों का संबंध बनारस के सांगीतिक घरानों से रहा है। इन घरानों को आगे बढ़ाने के साथ ही मंच से उनका हौसला भी बढ़ाया जाएगा। बनारस घराने से किशन महाराज की पोती कुमारी अवंतिका महाराज पहली बार यहां प्रस्तुति देंगी।
डा. के. शशि कुमार, संगीता शंकर, मधुमिता राय, पं. सौनक अभिषेकी, पं. हरीश गंगानी यहां पर पहली बार हाजिरी लगाएंगे। संगीत समारोह की अंतिम निशा यानी दो मई को सितार वादक पं. पूर्वायन चटर्जी, बांसुरी वादक एस. आकाश जैसे युवा कलाकारों की प्रस्तुति होगी। पंडित जसराज के भांजे रतन मोहन शर्मा का गायन भी लोगों को मंत्रमुग्ध करेगा।
मुस्लिम कलाकारों की भी प्रस्तुतियां
संगीत समारोह की तीसरी निशा में कोलकाता के प्रख्यात सितारवादक स्व. उस्ताद राशिद खां के पुत्र अरमान खां पहली बार गायन प्रस्तुत करेंगे तो वहीं कोलकाता के ही बिलाल खां भी तबले की थाप से मंत्रमुग्ध करेंगे। इसके अलावा तबला वादक दिल्ली के उस्ताद अकरम खां की प्रस्तुति भी लोगों को बांधेगी।
किस दिन कौन से कलाकार देंगे प्रस्तुति
पहली निशा (27 अप्रैल)
1- पं. रतिकांत महापात्रा एवं सृजन संस्था – ओडिसी
2- कुमारी अवंतिका महाराज – तबला
विनायक सहाय – सारंगी
3- नंदिनी नरेंद्र बेडेकर – गायन
पं. विनोद लेले – तबला
पं. विनय मिश्र – संवादिनी
4- पं. सतीश व्यास – संतूर
पं. ओजस योगेश अधिया – तबला
5- मीनाक्षी मजुमदार – गायन
देवज्योति बोस – तबला
पं. धर्मनाथ मिश्र – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
6- विजय चंद्रा – की-बोर्ड
7- पं. सजन मिश्रा – गायन
स्वरांश मिश्र – गायन
शुभ महाराज – तबला
धर्मनाथ मिश्र – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
दूसरी निशा (28 अप्रैल)
1- पं. यू राजेश – मैंडोलिन
पं. शिवमणि – ड्रम्स
2- बीना नेहुल मेहता – कूचिपूड़ी
3- पं. विश्वमोहन भट्ट – मोहनवीणा
सुनील भट्ट
हिमांशु महंत – तबला
4- पं. अजय पोहनकर – गायन
अभिषेक मिश्र – तबला
पं. धर्मनाथ मिश्र – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
5- प्रभाकर कश्यप – गायन
दिवाकर कश्यप – गायन
अभिषेक मिश्र – तबला
पं. धर्मनाथ मिश्र – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
6- पं. सुररंजन मुखर्जी – सरोद
पं. समर साहा – तबला
7- पं. नीरज पारिख – गायन
अंशुल प्रताप सिंह – तबला
मोहित साहनी – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
तीसरी निशा (29 अप्रैल)
1- मधुमिता राय – कथक
उस्ताद अकरम खां एवं सहयोगी कलाकार – तबला
2- पं. विरेंद्र नाथ मिश्र – सितार
अभिषेक मिश्र – तबला
3- रतन मोहन शर्मा – गायन
पं. शुभ महाराज – तबला
मोहित साहनी – संवादिनी
4- अभय सोपोरी – संतूर
उस्ताद अकरम खां – तबला
5- मालिनी अवस्थी – गायन
पं. शुभ महाराज – तबला
पं. धर्मनाथ मिश्र – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
6- संगीता शंकर – वायलिन
अभिषेक मिश्र – तबला
7- डा. के शशि कुमार – गायन
जी एस वी प्रसाद – मृदंगम
प्रशांत मिश्र – वायलिन
8- पं. रितेश-रजनीश मिश्र – गायन
शैलेंद्र मिश्र – तबला
सुमित मिश्रा – संवादिनी
चौथी निशा (30 अप्रैल)
1- वी अनुराधा सिंह – कथक
2- अरमान खान – गायन
पं. शुभ महाराज – तबला
नचिकेत विपुल हरिदास – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
3- अमृता चटर्जी – गायन
बिलाल खां – तबला
मोहित साहनी – संवादिनी
4- अनूप जलोटा – गायन
5- तेजेंद्र नारायण मजूमदार – सरोद
पं. शुभ महाराज – तबला
6- पं. निलाद्री कुमार – सितार
पं. सत्यजीत तलवरकर – तबला
7- पं. सौनक अभिषेकी – गायन
अभेद अभिषेकी – गायन
रजनीश तिवारी – तबला
पं. धर्मनाथ मिश्र – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
पांचवीं निशा (एक मई)
1- पं. हरीश गंगानी – कथक
योगेश गंगानी – तबला
विनोद गंगानी – गायन
आशीष गंगानी – पखावज
विनायक सहाय – सारंगी
2- पं. उल्हास कशालकर – गायन
पं. सुरेश तलवरकर – तबला
3- राकेश चौरसिया – बांसुरी
पं. संजू सहाय – तबला
4- पं. जयतीर्थ मेवुंडी – गायन
पं. केशव जोशी – तबला
मोहित साहनी – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
5- येल्ला वेंकटेश्वर राव – मृदंगम
6- पं. नयन घोष – सितार
इशान घोष – तबला
7- ऋषि-वरुण मिश्रा – गायन
पं. कुबेर नाथ मिश्र – तबला
अनुराग मिश्र – संवादिनी
विनायक सहाय – सारंगी
छठीं निशा (दो मई)
1- भावना रामण्णा – भारतनट्यम
2- पं. उमाकांत-अनंत रमाकांत गुंदेचा – गायन
पं. अखिलेश गुंदेचा – पखावज
3- एस आकाश – बांसुरी
इशान घोष – तबला
4- कविता कृष्णमूर्ति – गायन
5- डा. एल सुब्रमणियम – वायलिन
डा. येल्ला वेंकटेश्वर राव – मृदंगम
तन्मय बोस – तबला
6- कंकना बनर्जी – गायन
सुभाष कांति दास – तबला
मोहित साहनी – संवादिनी
7- पं. पूर्वायन चटर्जी – सितार
पं. संजू सहाय – तबला
8- पं. हरीश तिवारी – गायन
पं. विनोद लेले – तबला
पं. धर्मनाथ मिश्र – संवादिनी
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संकट मोचन संगीत समारोह के 101 वें आयोजन की शुरुआत इस बार 27 अप्रैल से होगी।
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