बीएनपी न्यूज डेस्क। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने मनाए जा रहे “आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव” के क्रम में मंडल के सभी जनपदों में 75-75 मॉडल तालाब बनाए जाने का निर्देश मुख्य विकास अधिकारियों को दिया है। उन्होंने इन तालाबों मॉडल रूप दिए जाने हेतु इंटरलॉकिंग, वृक्षारोपण, समरसेबुल, किनारों पर बैठने हेतु बेंच एवं पीने की पानी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने पर जोर दिया। उन्होंने प्रत्येक जनपद के हेल्थ एवं वैलनेस सेंटरो पर आने वाले मरीजों को उनकी आवश्यकतानुसार बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराए जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने-अपने जनपदों में इसकी गंभीरता से मानिटरिंग करें और इसे सुनिश्चित कराएं।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल मंगलवार को अपने अनुश्रवण कक्ष सभागार में विकास कार्यों की मंडलीय समीक्षा बैठक कर रहे थे। हेल्थ एवं वैलनेस सेंटरो पर कितने मरीज आ रहे हैं और कितनों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है के बाबत कमिश्नर द्वारा जानकारी मांगे जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा जानकारी न दिए जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने संबंधित सूचनाएं संकलित कर आगामी बैठक में अपने-अपने जनपदों का प्रजेंटेशन प्रस्तुत किए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक जनपद में विकासखंडवार एवं जनपदवार अच्छे कार्य करने वाले हेल्थ एवं वैलनेस सेंटरो को प्रत्येक माह प्रशस्ति पत्र दिए जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हेल्थ एवं वैलनेस सेंटरो पर कितने मरीज आए और कितनों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया गया, इसकी भी सूचनाएं संकलित की जाए। कमिश्नर ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 30 अप्रैल तक सभी बच्चों का नामांकन कार्य पूर्ण कर लिया जाए और जो बच्चे कक्षा से ड्रॉप आउट हो रहे हैं, इसके कारण का भी अध्ययन कराया जाए। ताकि बच्चे ड्रॉपआउट न हो। इसके लिए ग्राम स्तर पर कमेटी बनाई जाए और विद्यालयवार इसकी मानिटरिंग किया जाए। अगले मंडलीय बैठक में इसका प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किए जाने हेतु भी उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं उनका पता लगाया जाए एवं बच्चों को स्कूल आने के लिए उनके माता-पिता से बात करके स्कूल आने के लिए प्रेरित करें
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने निराश्रित गोवंश की समीक्षा के दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि पड़ रहे भीषण गर्मी के दृष्टिगत पशुओं को पीने के लिये पानी एवं उनको धूप से बचाव के सुरक्षा का व्यवस्था प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने विशेष हिदायत देते हुए कहा कि यदि कहीं से भी इस संबंध में शिकायत प्राप्त होती है अथवा किसी गोवंश की मौत हुई तो इसके लिए दोषी को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने गोवंशो के लिए किए जाने वाले व्यवस्थाओं की वीडियोग्राफी भी समय-समय पर कराए जाने का निर्देश दिया। चेकलिस्ट बनाकर थर्ड पार्टी से सत्यापन कराए जाने पर भी उन्होंने जोर दिया।अब निराश्रित गोवंश सड़कों, मोहल्लों में घूमता-फिरता नहीं दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोवंश के लिए पानी, चारा ,दवा ,छांव की व्यवस्था होनी चाहिए।
जनपदों में निर्माणाधीन गो आश्रय स्थल समय से पूर्ण कराए जाएं। जनपद वाराणसी में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण कार्य की प्रगति काफी खराब होने पर कमिश्नर ने गहरी नाराजगी जताते हुए अधिशासी अभियंता के खिलाफ शासन को पत्र भेजे जाने का निर्देश दिया। गाजीपुर में लोक निर्माण विभाग द्वारा गोवंश आश्रय स्थल निर्माण का कार्य भी संतोषजनक न होने पर भी कमिश्नर ने नाराजगी जताई तथा शीघ्र कार्य पूरा कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भीषण गर्मी के दृष्टिगत पेयजल की समस्या कहीं नहीं होनी चाहिए। जहां कहीं भी पेयजल पाइप लाइन लीकेज हो तत्काल ठीक कराये और नलो तक पानी पहुंचाया जाना प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाए। खराब हैंडपंपों को तत्काल दुरुस्त करा ले और पानी की गुणवत्ता की भी जांच सुनिश्चित कराई जाए। हर घर नल योजना अंतर्गत कार्य योजना बनाई जा रही है, इसे समय से बनाकर कार्य प्रारंभ कराई जाए और गुणवत्ता की विशेष ध्यान रखा जाए। कमिश्नर दीपक अग्रवाल में पंचायत भवनों को ग्राम सचिवालय के रूप में विकसित किए जाने का निर्देश दिया। गांव स्तर के अधिकारी के पंचायत भवन पर बैठने की तिथि, समय प्रदर्शित करें, ताकि गांव के लोग उनसे संपर्क कर अपने कार्य करा सकें। उन्होंने सहज जन सेवा केंद्र/साइबर कैफे के जो सामान्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है, उसे ग्राम सचिवालय स्तर पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने हेतु संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। जो ग्राम पंचायत नगर निगम में चले गए हैं और उनकी धनराशि पड़ी हुई है के संबंध में शासन को पत्र लिखे जाने का निर्देश दिया। सड़कों को पूरी तरह गड्ढा मुक्ति पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने विभागीय अभियंताओं को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों से वार्ता कर कार्य योजना बनायी बनाई जाए और उसकी सूचना जिला प्रशासन को भी उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने चंदौली में 70 करोड़ की लागत से बन रहे मछली मंडी की समीक्षा के दौरान बताया कि इस मछली मंडी से 30 हजार मैट्रिक टन प्रतिमाह मछली निर्यात का लक्ष्य है। इसके लिए जनपदों में मछली उत्पादन पर उन्होंने विशेष जोर दिया। ताकि मत्स्य पालकों की आय में बढ़ोतरी हो सके।
बैठक में मंडल के जनपदों के मुख्य विकास अधिकारी एवं संबंधित विभागों के मंडलीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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