BNP NEWS DESK। Youth Arrested मुख्यमंत्री के वाराणसी में भ्रमण के दौरान उनकी सभा और कचहरी में धमाका करने की धमकी देने वाले फुलवरिया के पहलू का पुरा निवासी मोनू सोनकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह फुलवरिया बाजार में मोमोज बेचता है। पड़ोसी को फंसाने के लिए उसका मोबाइल चोरी करके इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस के दबाव में पड़ोसी के ही छत पर ही मोबाइल फेंक दिया। जिसके कारण वह पकड़ा गया। पूर्व में दर्ज अपहरण के फर्जी मुकदमे में गवाही न देने व समझौते के लिए पड़ोसियों पर दबाव बनाने के लिए उसने यह साजिश रची थी।
धमाका की धमकी देने के मामले में पुलिस ने फुलवरिया के पहलू का पुरा की रहने वाली कंती देवी के परिवार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। कंती के ही फोन से 30 सिंतबर की देर रात पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी के आवास स्थित कार्यालय के लैंडलाइन व एसीपी कैंट के सीयूजी नंबर पर फोन किया गया था। कंती देवी व उसके परिवार ने पुलिस की पूछताछ में अपना मोबाइल चोरी होने की बात बताई थी। पुलिस ने कंती के पड़ोसियों से भी पूछताछ की थी। शनिवार को कैंट थाने में घंटों पूछताछ के बाद पुलिस ने कंती के परिवार को छोड़ दिया था। इस दौरान मोबाइल के सीडीआर व लोकेशन ट्रैस करने के साथ ही संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही थी।
मोबाइल ने खोला राज
रविवार की सुबह कंती का बेटा विकास टूथब्रश करने के लिए छत पर गया था। इसी दौरान उसे छत के एक कोने में चोरी हुआ मोबाइल पड़ा नजर आया। उसने परिवार के साथ ही तत्काल इसकी जानकारी मामले की जांच कर रहे फुलवरिया चौकी प्रभारी पंकज कुमार राय को दी। उन्होंने संदेह के आधार पड़ोसी मोनू को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो वह इधर-उधर की बात करता रहा। सख्ती करने पर टूट गया और अपना जुर्म कबूल लिया। बताया कि उसने ही कंती का मोबाइल चोरी करके मुख्यमंत्री की सभा व कचहरी में धमाका करने की धमकी दिया था।
कंती के परिवार को फंसाने का तलाश रहा था मौका
मोनू ने बताया कि उसके संबंध पड़ोसी कंती देवी के परिवार के बेहतर नहीं हैं। कई बार उनके बीच विवाद हो चुका है। उन्हें फंसाने का मौका तलाश रहा था। गुरुवार की सुबह रास्ते से गुजरते समय उसने देखा कि कंती देवी का मोबाइल बरामदे की खुली आलमारी में पड़ा है और आसपास कोई नहीं है। उसने मोबाइल उठा लिया और वहां से निकल गया। रात में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण व एसीपी कैंट के सीयूजी नंबर पर फोन करके धमाका करने की धमकी दिया फिर मोबाइल स्वीच आफ करके अपने घर में छुपा दिया।
पुलिस के दबाव से घबराया
धमकी के मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस लगातार जांच में जुटी रही। फोन का लास्ट लोकेशन पहलू का पुरा ही बताने से उसी इलाके में निगाह लगाई हुई थी। कंती देवी के परिवार से रंजिश रखने वालों से भी पूछताछ किया था। उस दौरान मोनू से भी पूछताछ हुई थी लेकिन उसने पुलिस को बरगला दिया था। पुलिस ने उसे छोड़ जरूर दिया था लेकिन उस पर नजर बनाए हुई थी। मोनू को डर था कि मोबाइल फोन उसके घर से बरामद होने पर पकड़ा जाएगा। इसलिए शनिवार को रात मौका पाकर फोन कंती देवी के छत पर फेंक दिया।
2017 में रचा था अपने अपहरण की साजिश
मोनू सोनकर फुलवरिया क्षेत्र में मोमोज बेचता है। कंती देवी के परिवार के विवाद के चलते उन्हें परेशान करने या फंसाने का मौका हर वक्त तलाशता था। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश के अनुसार मोनू सोनकर ने पड़ोसी कंती देवी के परिवार को फंसाने के लिए वर्ष 2017 में खुद के अपहरण की साजिश रचा था। पड़ोसियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की पड़ताल से उसकी साजिश का खुलासा हुआ। मामला फर्जी निकली था मोनू सहित उसका पूरा परिवार जेल गया था। मोनू छह महीने तक जेल में रहा था। इसी मामले में कंती देवी के परिवार को गवाही से रोकने और समझौता का दबाव बनाने के लिए धमाका करने की धमकी की साजिश रचा था।
The Review
Youth Arrested
मुख्यमंत्री के वाराणसी में भ्रमण के दौरान उनकी सभा में धमाका करने की धमकी देने वाले मोनू सोनकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
Discussion about this post