बीएनपी न्यूज डेस्क। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को एक ग्रोथ-ओरिएंटेड बजट पेश किया, जिसमें चार पिलर- प्रोडक्टिविटी, क्वाइमेट एक्शन, फाइनेंसिंग इन्वेस्टमेंट और पीएम गति शक्ति योजना पर फोकस किया गया है। प्राइवेट इन्वेस्टमेंट और विकास को बढ़ावा देने के लिए बजट में पूंजीगत खर्च को 35.4 प्रतिशत बढ़ाकर 7.50 लाख करोड़ रुपये किया गया है। बजट घोषणाओं से एक्सपर्ट्स खुश हैं क्योंकि उनका मानना है कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर और कैपिटल एक्सपेंडिचर का विस्तार आगे बढ़ने का रास्ता है. वित्त मंत्री ने यह ऐलान भी किया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी की शुरुआत करेगा। निर्मला सीतारमण ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स यानी क्रिप्टो करेंसी और नेफट से होने वाली आय पर 30 फीसदी की दर से भारी-भरकम टैक्स लगाने का एलान भी किया है। इस एलान के बारे में फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन ने शार्दूल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी के पार्टनर अभय शर्मा से बात भी की।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्चुअल डिजिटल एसेट्स यानी क्रिप्टो करेंसी और नेफट से होने वाली आय पर 30 फीसदी की दर से भारी-भरकम टैक्स लगाने का एलान भी किया है। खास बात यह है कि इस आय में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स पर हुए घाटे को सेट-ऑफ भी नहीं किया जा सकेगा. इसके अलावा वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के लेन-देन पर एक फीसद टीडीएम भी लगेगा।
वित्त मंत्री ने आज अपने बजट भाषण में ऐलान किया कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी की शुरुआत करेगा. इस डिजिटल करेंसी को निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में ‘डिजिटल रुपी’ यानी डिजिटल रुपया कहा है। पीएम ई विद्या के ‘वन क्लास वन टीवी चैनल’ प्रोग्राम को 12 से बढ़ाकर 200 टीवी चैनलों तक विस्तृत किया जाएगा। सभी राज्यों को इससे क्लास 1 से 12 तक क्षेत्रीय भाषाओं में पूरक शिक्षा देने में मदद मिलेगी. राज्यों को कृषि विश्वविद्यालयों का पाठ्यक्रम संशोधित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि प्राकृतिक, जीरो-बजट और ऑर्गेनिक फार्मिंग के साथ आधुनिक दौर की खेती की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
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