Kaali Poster Controversy:
‘काली’ डॉक्यूमेंट्री फिल्म पोस्टर विवाद का मामला थानों तक पहुंच रही, विराेध और बयानबाजी जारी
देवी को सिगरेट पीते और हाथों में एलजीबीटी का झंडा लिए दिखाया गया
बीएनपी न्यूज डेस्क। Kaali Poster Controversy ‘काली’ डॉक्यूमेंट्री फिल्म का पोस्टर विवाद लगातार नए मोड़ लेता जा रहा है। हर रोज इस मामले में नई अपडेट सामने आ रही है। दरअसल फिल्म मेकर लीना मणिमेकलई की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्टर शेयर किए जाने के बाद से ही इस पर जमकर विवाद हो रहा है। इसमें हिंदू देवी को सिगरेट पीते और हाथों में एलजीबीटी का झंडा लिए दिखाया गया है। सोशल मीडिया पर उठे विवाद के बाद ये मामला देश के अलग-अलग राज्यों में थाने तक पहुंच गया। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में फिल्म मेकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। अब इस मामले में कानाडा के म्यूजियम ने भी बड़ा कदम उठाया है।
फिल्म काली के पोस्टर को लेकर छिड़े विवाद के बीच टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। एक तरफ टीएमसी ने महुआ मोइत्रा के बयान से पल्ला झाड़ लिया है तो वहीं भाजपा लाल है और उसने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन का भी ऐलान किया है। यही नहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मांग की है कि महुआ मोइत्रा को इस मामले में तत्काल गिरफ्तार किया जाए। भाजपा की ओर से महुआ मोइत्रा के खिलाफ दो शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। इसके अलावा टीएमसी से उन्हें निलंबत किए जाने की भी मांग की है। भाजपा का कहना है कि उसकी ओर से मां काली की प्रतिमा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
यह विवाद फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर शुरु हुआ है, जिसे फिल्ममेकर लीना मणिमेकालाई ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। इस पोस्टर में मां काली की ड्रेस में एक महिला को दिखाया गया है, जो सिगरेट पीती नजर आ रही है। इस पोस्टर पर विवाद छिड़ गया है और फिल्ममेकर के खिलाफ ऐक्शन की मांग की जा रही है। इसी विवाद पर एक टीवी चैनल से बातचीत में महुआ मोइत्रा ने मां काली को लेकर टिप्पणी की थी, जिस पर भाजपा समेत कई अन्य संगठनों ने ऐतराज जताया है। हालांकि इस बीच महुआ मोइत्रा को कांग्रेस नेता शशि थरूर का समर्थन मिला है। शशि थरूर ने महुआ मोइत्रा का समर्थन करते हुए ट्वीट किया है।
कानाडा म्यूजियम ने मांगी माफी
काली पोस्टर विवाद में नया मोड़ सामने आया है। फिल्म निर्माता निर्देशक लीना मणिमेकलाई ने भले ही अब तक पोस्टर को लेकर माफी नहीं मांगी हो, लेकिन कनाडा के जिस म्यूजियम में यह फिल्म दिखाई गई थी, उस म्यूजियम ने माफी मांग ली है।
दरअसल कनाडा के टोरंटो शहर के आगा खां म्यूजियम में यह डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गई थी। अब इस म्यूजियम ने माना है कि उन्होंने हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाली फिल्म का प्रदर्शन किया है जो गलत है।
ये है एलजीबीटी परेड का इतिहास
एलजीबीटी परेड जिसे पूरी दुनिया में प्राइड परेड (गर्वोत्सव) के रूप में पहचान मिल चुकी है. इस परेड में इस कम्युनिटी के लोग हाथों में एक छह रंगों वाला झंडा लेकर निकलते हैं।
Discussion about this post