BNP NEWS DESK। biometric attendance राजकीय माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों ने अगर अब बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं की तो उनका वेतन कटेगा। इस व्यवस्था के लागू होने के बावजूद अभी तक मनमाने ढंग से हाजिरी दर्ज की जा रही थी। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के आनलाइन उपस्थिति के बहिष्कार के बीच अब माध्यमिक स्कूलों में सख्ती शुरू कर दी गई है।
जितने दिन की उपस्थिति नहीं उतने दिन का वेतन नहीं
biometric attendance माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा.महेन्द्र देव की ओर से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन अब बायोमीट्रिक उपस्थिति के आधार पर ही बनाएं। प्रधानाचार्य हर महीने बायोमीट्रिक उपस्थिति का ब्योरा डीआइओएस कार्यालय भेजेंगे। जितने दिन की उपस्थिति नहीं होगी उतने दिन का वेतन काट दिया जाएगा।
18 अगस्त, 2022 को यह व्यवस्था राजकीय माध्यमिक स्कूलों में लागू की गई थी लेकिन शिक्षक व कर्मचारी इस आदेश का मनमाने ढंग से पालन कर रहे हैं। तमाम विद्यालयों में तो मशीन ही खराब है। फिलहाल अब उन्हें इस व्यवस्था का पालन करना ही होगा।
छह लाख परिषदीय शिक्षकों में से मात्र 588 ने लगाई उपस्थिति
परिषदीय स्कूलों में आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने व्यवस्था
परिषदीय स्कूलों में बीते आठ जुलाई से आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने व्यवस्था लागू की गई है, लेकिन शिक्षक इसका लगातार बहिष्कार कर रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से उन्हें आधे घंटे की छूट और तकनीकी गड़बड़ी पर स्कूल समय में कभी भी हाजिरी लगाने की सहूलियत दिए जाने के बावजूद वे विरोध कर रहे हैं।
शनिवार को छह लाख शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों में से केवल 588 ने ही आनलाइन उपस्थिति दर्ज की। उधर, फतेहपुर से सपा सांसद नरेश चंद्र उत्तम पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को 25 अर्द्ध आकस्मिक अवकाश, 18 आकस्मिक अवकाश, 30 अर्जित अवकाश और 15 वर्ष में प्रोन्नति की सुविधा देने की मांग की है। उनका कहना है कि शिक्षकों के साथ अन्याय न किया जाए।
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राजकीय माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों ने अगर अब बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं की तो उनका वेतन कटेगा।
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