BNP NWS DESK़। INDIA meeting विपक्षी दलों का गठबंधनआईएनडीआइए भले ही 272 के जादुई आंकडे़े से अभी काफी दूर है लेकिन सरकार बनाने की उम्मीदों को इसने पूरी तरह से खारिज नहीं किया है। आईएनडीआइए ए ब्लाक के घटक दलों की बुधवार 05 जून, 2024 को नई दिल्ली में अहम बैठक होगी जिसमें आगे की रणनीति का फैसला होगा।
INDIA meeting इसमें यह भी फैसला होगा कि सरकार बनाने के लिए एनडीए के मौजूदा घटक दल लेकिन पूर्व में आईएनडीआइए के सहयोगी रहे जद (यू) और टीडीपी से संपर्क किया जाना है या नहीं। यह जानकारी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आम चुनाव-2024 के परिणाम आने के बाद मंगलवार को शाम प्रेस कांफ्रेंस में दी। वैसे इसके पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यह संकेत दिया कि कांग्रेस अपने आइएनडीआइए के दूसरे सहयोगी दलों के साथ विपक्ष में बैठ सकती है।
बुधवार को सभी सहयोगी दलों के साथ बैठक
राहुल गांधी से सरकार गठित करने की संभावनाओं के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, “हमारी बुधवार को सभी सहयोगी दलों के साथ बैठक होने वाली है। इसमें टीडीपी या जद(यू) से संपर्क किया जाना है या नहीं, इस पर भी फैसला होगा।” राहुल ने कहा कि, “हम गठबंधन में शामिल हैं और कोई भी फैसला अपने आप नहीं कर सकते। INDIA meeting
साझेदार से विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला होगा कि कोई नया साझेदार बनाया जाना है या नहीं
साझेदार से विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला होगा कि कोई नया साझेदार बनाया जाना है या नहीं।” राहुल ने आगे कहा है कि, “भारत की जनता ने संविधान और लोकतंत्र को बचा लिया है। देश की वंचित और गरीब आबादी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हम साथ खड़ी हो गयी। गठबंधन के सभी साथियों और कांग्रेस के बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को बधाई।” INDIA meeting
पीएम मोदी पर अपने हमले को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि, “जनता ने यह साफ कर दिया है कि वह अदाणी समूह और मोदी जी के बीच सीधा संबंध देखती है। देश ने मोदी जी और अमित शाह जी को कह दिया है कि हम नहीं चाहते हैं कि आप देश चलायें।
हिंदुस्तान के संविधान को बचाने का काम यहां की गरीब, पिछड़े, आदिवासी व ग्राामीण इलाकों की जनता ने किया है। इसके साथ ही उन्होंने जातीय जनगणना और महालक्ष्मी योजना को लेकर किये गये वादे पर आगे काम करने की भी बात कही है।”
यह जनादेश मोदी जी के खिलाफ
इस प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि, यह जनादेश मोदी जी के खिलाफ है। यह उनकी राजनैतिक व नैतिक हार है। हमने देखा है कि किस तरह से उनकी सरकार ने विपक्षी पार्टियों को दबाने का काम किया है।
सरकारी एजेंसियों के जरिए विपक्ष की राह में हर जगह रोड़े अटकाए हैं। इसके बावजूद आखिर तक हमारा चुनाव अभियान सकारात्मक था जिसमें महंगाई, गांवों की स्थिति, मजदूरों की बदहाली, संविधान बदलने के खतरे पर केंद्रित रहा और हमने इन्हीं मुद्दों पर वोट मांगा। हमें जनता का समर्थन मिला है। दूसरी तरफ, पीेम मोदी ने झूठ फैलाने का काम किया। भाजपा ने विपक्षी दलों को दबाया और जो दल नहीं दबे उनके नेताओं को जेल में डाला गया। खुशी इस बात की है कि भाजपा इसमें सफल नहीं रही है।
आइएनडीआइए गठबंधन एक साथ रहे, एक दूसरे की मदद की। अंत में खरगे ने कहा कि, “अभी हमारी लड़ाई अंजाम तक नहीं पहुंची है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि संसद सुचारू तौर पर चले और विपक्ष को अपनी बात करने का मौका मिले।” राहुल गांधी और खरगे ने आइएनडीआइए को मिले समर्थन के लिए पूरे देश की जनता और खास तौर पर उत्तर प्रदेश की जनता का आभार जताया।
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विपक्षी दलों का गठबंधनआईएनडीआइए भले ही 272 के जादुई आंकडे़े से अभी काफी दूर है लेकिन सरकार बनाने की उम्मीदों को इसने पूरी तरह से खारिज नहीं किया है।
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