BNP NEWS DESK । New Parliament Building कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि संसद की नवनिर्मित इमारत का उद्घाटन प्रधानमंत्री को नहीं, बल्कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को करना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 मई को संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। लोकसभा सचिवालय ने बताया था कि नवनिर्मित भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी से भेंट कर उनसे इसका उद्घाटन करने का आग्रह किया था।
New Parliament Building राहुल ने रविवार को ट्वीट किया, ‘नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति जी को करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं।’ बताया जाता है कि नवनिर्मित संसद भवन की आयु कम से कम 150 साल आंकी गई है। जबकि मौजूदा संसद को बने हुए सौ साल पूरे होने को कुछ ही समय शेष है। मौजूदा संसद का निर्माण 1927 में पूरा हुआ था।
त्रिकोणीय आकार के चार मंजिला नए संसद भवन का बिल्टअप एरिया 64,500 वर्ग मीटर है। नए भवन में एक लाइब्रेरी, विभिन्न समितियों के कमरे और डायनिंग हाल भी होंगे। लोकसभा सचिवालय द्वारा संसद भवन पर तैयार की गई पुस्तिका के अनुसार, नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी और राज्यसभा में 384 सदस्य बैठ सकेंगे।
संयुक्त सत्र के दौरान सदन में 1,280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी। प्रधानमंत्री ने 10 दिसंबर 2020 को संसद के नए भवन की आधारशिला रखी थी। टाटा निर्मित इस परियोजना की अनुमानित लागत 970 करोड़ रुपये है।
संसद के नए भवन के उद्घाटन के लिए 28 मई की तारीख तय की गई है। उसी दिन भारत के महान सपूत वीर सावरकर की 140वीं जयंती है। भाजपा के आइटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट करके बताया कि विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 1883 में भागुर में हुआ था। कई विपक्षी दलों ने इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इसे राष्ट्र निर्माताओं का ‘अपमान’ करार दिया है।
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राहुल गांधी ने कहा कि संसद की नवनिर्मित इमारत का उद्घाटन प्रधानमंत्री को नहीं, बल्कि राष्ट्रपति को करना चाहिए
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