बीएनपी न्यूज डेस्क। कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। एक माह में ही आंकड़ा सैकड़़ा का आंकड़ा छू गई। आंकड़ों के अनुसार 21 दिन में 287 लोग कोरोना से संक्रमित हुए। राहत की बात यह रही कि कोई गंभीर केस सामने नहीं आया। भले ही स्वस्थ होने की दर तेज हो, लेकिन इसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के माथे पर बल ला दिया है। ऐसे में समस्त चिकित्सा इकाइयों को अलर्ट कर दिया गया है। तीन माह में यह पहला अवसर है जब कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या तिहाई अंक में पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को 24 घंटे में 3495 मरीजों की जांच की गई।
इसमें 19 की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। संक्रमण दर बढ़ कर 0.54 प्रतिशत तक पहुंच गई है। एक सप्ताह से यह 0.34 प्रतिशत तक थी। हालांकि मरीजों को ठीक होने की दर में बढ़ोतरी हुई है और यह 99.91 पहुंच गई है। मंगलवार को भी 11 मरीज स्वस्थ्य घोषित किए गए। वाराणसी में कोरोना का पहला केस 21 मार्च 2020 में मिला था।
दूसरी लहर अप्रैल 2021 में आई जिसने कम दिनों में ही जमकर तबाही मचाई। इसे तैयारियों का प्रभाव कह सकते हैं कि तीसरी लहर उतनी असरदार नहीं हुई। कारण यह कि तब तक लगभग सभी लोगों ने कोरोना रोधी वैक्सीन लगवा ली थी। अब एक बार फिर संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। सीएमओ डा. संदीप चौधरी ने सभी लोगों को तय समयावधि में बूस्टर या अन्य डोज लगवा लेने की अपील की है।
टीम इंडिया पर कोरोना अटैक, रविचंद्रन अश्विन पाए गए पॉजिटिव
इंग्लैंड जाने वाली टीम इंडिया की आखिरी खेप पर महामारी कोविड-19 का अटैक हो गया है। सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन महामारी की गिरफ्त में हैं और इस वजह से वह यूनाइटेड किंगडम के लिए टीम के साथियों के साथ रवाना नहीं हो सके। उनका ‘पांचवें टेस्ट’ में भाग लेना भी मुश्किल लग रहा है। अश्विन फिलहाल क्वारंटाइन में हैं और सभी प्रोटोकॉल आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद ही टीम में शामिल होंगे।
भारतीय टीम 16 जून को यूके के लिए रवाना हुई थी। बीसीसीआई सूत्रों ने कहा, ‘अश्विन ने टीम के साथ यूके की यात्रा नहीं की है, क्योंकि वह जाने से पहले कोविड 19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। हमें उम्मीद है कि 1 जुलाई से होने वाले टेस्ट मैच शुरू होने से पहले वह समय पर ठीक हो जाएंगे।’
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