बीएनपी न्यूज डेस्क। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी का संकट गहरा गया है। पाकिस्तानी संसद के निचले सदन में बैठक शुरु होने के कुछ ही देर बाद सदन को 3 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इस बैठक में पीएम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी थी। लेकिन कार्यवाही शुरु होते ही नेशनल असेंबली को 3 अप्रैल की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इस पर विपक्ष के नेताओं ने जमकर नारेबाजी की। आपको बता दें कि शाहबाज शरीफ ने पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद ए-95 के तहत अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था और इस पर 161 सदस्यों ने दस्तखत कर रखे हैं। अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान तीन अप्रैल को होगा।
मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान के संघीय मंत्रियों के रूप में सेवारत दोनों सदस्यों, फारोग नसीम और अमीनुल हक ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में विपक्ष के साथ अपनी पार्टी की घोषणा के कुछ घंटों बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दिन के रूप में सरकार को बैक-टू-बैक झटके का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान की 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में इमरान खान की पार्टी के 155 सदस्य हैं। इमरान को सत्ता में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत है। वैसे माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री को नेशनल असेंबली में बहुमत नहीं है, क्योंकि कई सहयोगियों ने सरकार के खेमे को छोड़ दिया है और विपक्ष का समर्थन करने का फैसला किया है।
नवाज शरीफ के घर में रची गई सरकार गिराने की साजिश
इमरान खान के मंत्री फवाद चौधरी का दावा है कि नवाज शरीफ की हिंदुस्तान और पाकिस्तान के लोगों के साथ मुलाकातें किसी से छिपी नहीं है। उनके लंदन वाले अपार्टमेंट में ही पीटीआई की सरकार गिराने की साजिश रची गई।
दूसरी तरफ विपक्ष के प्रमुख नेता शहबाज शरीफ का कहना है कि नवाज शरीफ पर घटिया आरोप लगाए जा रहे हैं। इमरान के घर तक में भ्रष्टाचार फैला हुआ है, उन्हें प्रधानमंत्री पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है।
अगले 48 घंटे पाकिस्तान के लिए काफी अहम
पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद का कहना है कि अगले 48 घंटे काफी ज्यादा अहम हैं। इन 48 घंटे में राजनीतिक हालात एक नया मोड़ ले सकते हैं। उन्होंने देश को शनिवार की रात तक इंतजार करने के लिए कहा है।
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