बीएनपी न्यूज डेस्क। economic crisis in sri lanka Mahinda Rajapaksa आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में गृहयुद्ध की स्थिति बनती जा रही है। यहां अप्रैल महीने से जारी शांतिपूर्ण प्रदर्शन अब हिंसा में बदल गया है। भले ही सोमवार को प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने दबाव में आकर इस्तीफा दे दिया, लेकिन हालत काबू में आते नहीं दिख रहे हैं। अब सरकारी विरोधी और समर्थकों के बीच हिंसा फैल गई है। हिंसक भीड़ ने 12 से ज्यादा मंत्रियों के घर जला दिए हैं। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स आ रही हैं कि पूर्व PM महिंदा राजपक्षे अपने परिवार सहित पूर्वी श्रीलंका के त्रिनकोमाली नेवल बेस में जाकर छुप गए हैं। एक हेलिकॉप्टर के जरिए इन लोगों को बेस तक ले जाया गया। हालांकि जैसे ही इसकी जानकारी प्रदर्शनकारियों को लगी, वे वहां जमा हो गए। बता दें कि हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हुई है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हैं। श्रीलंका में फंसे भारतीयों के लिए भारत सरकार ने हेल्पलाइन नंबर +94-773727832 और ईमेल ID cons.colombo@mea.gov.in जारी किया है। पुलिस प्रवक्ता निहाल थलडुवा ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि सोमवार की हिंसा में सत्तारूढ़ पार्टी के एक विधायक समेत चार लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रपति राजपक्षे ने सोमवार शाम को देशव्यापी कर्फ्यू लगा दिया जो बुधवार सुबह तक चलेगा।
इस बीच, सोमवार की रात गुस्साई भीड़ ने महिंदा राजपक्षे के अपने टेंपल ट्री आवास के परिसर में घुसने की कोशिश करते हुए उनके घर में आग लगा दी। इस दौरान भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। जिसके बाद महिंदा राजपक्षे और पूरे परिवार ने मंगलवार सुबह अपने टेंपल ट्री आवास से निकल गए। ये सूचना मिलने के बाद भीड़ ने पूर्वी बंदरगाह वाले शहर त्रिंकोमाली में नौसेना मुख्यालय को घेर लिया है। यहां लोग महिंदा राजपक्षे को परिसर से बाहर करने की मांग की है। वहीं, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शुक्रवार आधी रात से देश में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी।
महिंदा राजपक्ष के PM पद से इस्तीफा देने के बाद श्रीलंका में प्रदर्शन और उग्र हो गया है। इसी बीच उन्हें परिवार सहित त्रिनकोमाली नेवल बेस में ले जाना पड़ा। हालांकि वहां भी प्रदर्शनकारी जुटने लगे हैं। एक महीने से अधिक समय से यह विरोध पूरे देश में फैल गया है। ऐसा देश में पहली बार है कि मध्यवर्गीय श्रीलंकाई भी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे हैं। श्रीलंका में इस वक्त बेहद हिंसा का माहौल है। सोमवार को प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद सरकार विरोधी और समर्थकों के बीच जमकर हिंसा हुई. प्रदर्शनकारियों ने 12 सांसदों के घरों को आग के हवाले कर दिया। अब महिंदा राजपक्षे की गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है.विपक्षी नेताओं ने महिंदा राजपक्षे पर सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। इस हिंसा में अब तक कम से कम 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं. हिंसा के दौरान कई राजनेताओं के घरों पर हमले की खबरें भी सामने आ रही हैं।
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