बीएनपी न्यूज डेस्क। Presidential Election 2022 राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद और देश के सभी राज्यों की विधानसभाओं में मतदान हुआ है। राज्य सभा के महासचिव पीसी मोदी ने कहा कि 16वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे खत्म हुआ। हर जगह शांतिपूर्ण, सौहार्दपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हुआ. कुल 99.18% मतदान हुआ दर्ज है।
एनडीए ने एक तरफ अपना कुनबा इस चुनाव में मजबूत करके दिखाया है तो वहीं विपक्षी खेमे को क्रॉस वोटिंग का सामना करना पड़ा है। गुजरात से लेकर यूपी तक में एनसीपी, कांग्रेस और सपा में फूट देखने को मिली है। गुजरात में एनसीपी के विधायक कांधल एस. जडेजा ने पार्टी के रुख से अलग एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोट दिया। उन्हें लेकर पहले ही आशंका जताई जा रही थी कि वह पार्टी से अलग रुख अपना सकते हैं। एनसीपी ने यशवंत सिन्हा के समर्थन का ऐलान किया था। इसके अलावा झारखंड से एनसीपी विधायक कमलेश सिंह ने भी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट डाल दिया। उन्होंने मतदान के बाद कहा कि मैंने अपनी अंतरात्मा के आवाज पर द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट डाला है।
बीजद, वाईएसआरसीपी, बसपा, अन्नाद्रमुक, टीडीपी, जद (एस), शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना और झामुमो के समर्थन से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के जीतने की संभावना सबसे अधिक है और उन्हें 60 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। निर्वाचित होने पर द्रौपदी मुर्मू देश के शीर्ष संवैधानिक पद को संभालने वाली आदिवासी समुदाय की पहली महिला बन जाएंगी।
देश के 15 वेन राष्ट्रपति के लिए आज वोटिंग सम्पन्न हो गई । इस बार मुकाबला NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच है। विपक्ष अपने उम्मीदवार को जीत दिलाने के लिए पूरा जोर लगा रहा है खासकर कांग्रेस जो इसके जरिए अपनी आगे की रणनीति तैयार करने की योजना बना रही है। ऐसा लगता है कि इसमें कांग्रेस के अपने विधायक ही उसके साथ नहीं है। असम और ओडिशा के बाद अब हरियाणा में भी कांग्रेस के एक विधायक ने क्रॉस वोटिंग की है। पहले ही असम से AIUDF ने दावा किया था कि कांग्रेस के 20 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। यदि ऐसा हुआ है तो यशवंत सिन्हा के लिए जीत और दूर होती दिखाई दे रही है।
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