बीएनपी न्यूज डेस्क। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर “जोखिम वाले” देशों से पहुंचे चार और यात्रियों की जांच में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बीती रात लगभग 12 बजे एयर फ्रांस की उड़ान से आए 243 लोगों में से तीन की जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई है। अधिकारी ने बताया कि लंदन से आई एक उड़ान में 195 अन्य यात्रियों के साथ आए एक व्यक्ति की जांच में भी संक्रमण पाया गया है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन देशों के लिए हानिकारक है और और पूरी दुनिया को इससे बचने की जरुरत है। लोकसभा में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम पिछले 6 महीने से ज्यादा समय से धीऱे-धीरे विमानों का परिचालन बढ़ा रहे थे। इसमें अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल थीं। ओमिक्रॉन दुनिया के सभी देशों के लिए नुकसान लेकर आया है। हम सभी को इससे सुरक्षित रहने की जरुरत है।
इन यात्रियों के नमूनों को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के पास यह पता करने के लिए भेजा गया है कि क्या यह संक्रमण कोरोना वायरस के नये स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ का है या नहीं। वायरस के इस स्वरूप को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘चिंताजनक प्रकार’ घोषित किया गया है। मंगलवार की रात से देश में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कड़े नियम लागू होने के बाद से “जोखिम वाले” देशों से अब तक कुल आठ लोगों की जांच में संक्रमण पाया गया है।
संक्रमित आठ यात्रियों और “कोविड जैसे लक्षणों वाले” दो अन्य यात्रियों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां ऐसे मरीजों के उपचार के वास्ते एक अलग वार्ड बनाया गया है। केंद्र के अनुसार, जोखिम वाले देशों में ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बॉब्वे, सिंगापुर, हॉन्गकॉंग और इजराइल आदि हैं।
अमेरिका में कोरोना वायरस के स्वरूप ओमीक्रोन के पहले मामले की पुष्टि
अमेरिका में बुधवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन का पहला मामला सामने आया। दक्षिण अफ्रीका से कैलिफोर्निया लौटे एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। दुनिया भर के वैज्ञानिक वायरस के इस नए स्वरूप के बारे में यह जानकारी जुटाने में लगे हैं कि क्या यह पहले सामने आए स्वरूपों की अपेक्षा ज्यादा खतरनाक है या नहीं। अमेरिका में संक्रामक रोग के शीर्ष विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची ने व्हाइट हाउस में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘ हम जानते थे कि देर-सवेर अमेरिका में इस स्वरूप के पहले मामले की पुष्टि होगी ही।’’
ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से 22 नवंबर को लौटा था। संक्रमण के आंशिक लक्षण दिखने के बाद सोमवार को वह संक्रमित पाया गया। कैलिफोर्निया के अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति को मोर्डेना टीके की दोनों खुराक लग चुकी है और उसने अब तक बूस्टर खुराक नहीं ली है। उसकी हालत में सुधार हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति के करीबी संपर्क में आए लोगों की जांच हुई है और वे निगेटिव पाए गए। मरीज अभी पृथक-वास में है और उसकी पहचान सिर्फ 18 साल से 49 साल के बीच के व्यक्ति के रूप में बताई गई है।
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