BNP NEWS DESK। cricket commentary in sanskrit शास्त्रार्थ महाविद्यालयस्य छात्र: इंद्रजीत: प्रथम कुंदुक प्रक्षेपणस्य कार्यम कृतवान। इंटरनेशलन चंद्रमौलि सोसाइटी चेरिटेबिल संस्कृत संस्थान प्रतिकारम कृतवान। इंद्रजीत: धावनम प्रारंभम् कृतवान, निर्णायकम उल्लंघय एवं च दक्षिण पक्षत: कंदुक प्रक्षेपणम कृतं इदं कंदुकम त्रिदंड दक्षिणत: किंचित दूरम गतं…।
cricket commentary in sanskrit संस्कृत को बढ़ावा देने को समर्पितयह संस्कृत का श्लोक नहीं, क्रिकेट मैच की संस्कृत भाषा में कमेंट्री है। इसका अर्थ है, शास्त्रार्थ महाविद्यालय के छात्र इंद्रजीत ने गेंदबाजी का जिम्मा संभाल लिया है। सामना करेंगे इंटरनेशलन चंद्रमौलि सोसाइटी चेरिटेबिल संस्कृत संस्थान के अमन। इंद्रजीत ने दौड़ाना शुरू किया, अंपायर को पार किया और दाएं हाथ से ओवर द विकेट यह गेंद आफ स्टंम के थोड़ी सी बाहर…।
संस्कृत को बढ़ावा देने को समर्पित
संस्कृत को बढ़ावा देने को समर्पित शास्त्रार्थ महाविद्यालय, दशाश्वमेध के 79वें स्थापना दिवस पर यह अनूठी और अलबेली क्रिकेट प्रतियोगिता शनिवार को सिगरा स्टेडियम में आयोजित हुई। मैच में पारंपरिक गणवेश धोती-कुर्ता पहन टीका-त्रिपुंड लगाए बटुकों ने जमकर बल्ला घुमाया और चौके-छक्के लगाए। संस्कृत में कमेंट्री का जिम्मा आचार्य डा. शेषनारायण मिश्र व विकास दीक्षित ने संभाला। मैच देखने पहुंचे दर्शकों ने भी हर-हर महादेव के उद्घोष से खिलाड़ियों का खूब उत्साह बढ़ाया।
आलराउंडर खिलाड़ी इंद्रजीत को मैन आफ द मैच
चतुर धवनांक (चार रान), षड् धवनांक (छह रन), फलकधारक (बल्लेबाज), कंदुक प्रेक्षेपक (गेंदबाज), कंदुकस्य रेखाया: (वाइड बाल), बहिर्गमनम् (अतिरिक्त रन) जैसे शब्दों ने मैच की कमेंट्री को अनोखा बना दिया। चुटियाधारी बटुक भी मैदान में संस्कृत में ही बात कर रहे थे। भगवा-धोती, दुपट्टा व रुद्राक्ष की माला धारण किए पूर्व खिलाड़ियों धीरज मिश्र व अनुराग द्विवेदी ने अंपायरिंग की। शास्त्रार्थ महाविद्यालय के आलराउंडर खिलाड़ी इंद्रजीत को मैन आफ द मैच चुना गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मन की बात कार्यक्रम में इस अनूठी क्रिकेट प्रतियोगिता की चर्चा कर चुके हैं।
प्रतियोगिता में कुल चार टीमों ने हिस्सा लिया। अमन के हरफनमौला प्रदर्शन (47 रन, तीन विकेट) की बदौलत चंद्रमौलि सोसाइटी चेरिटेबिल संस्कृत संस्थान रोमांचक मुकाबले में शास्त्रार्थ महाविद्यालय को छह विकेट से हराकर विजेता बना। शास्त्रार्थ महाविद्यालय के इंद्रजीत की 46 रनों की ताबड़तोड़ पारी काम न आ सकी।
The Review
cricket commentary in sanskrit
शास्त्रार्थ महाविद्यालयस्य छात्र: इंद्रजीत: प्रथम कुंदुक प्रक्षेपणस्य कार्यम कृतवान। इंटरनेशलन चंद्रमौलि सोसाइटी चेरिटेबिल संस्कृत संस्थान प्रतिकारम कृतवान। इंद्रजीत: धावनम प्रारंभम् कृतवान, निर्णायकम उल्लंघय एवं च दक्षिण पक्षत: कंदुक प्रक्षेपणम कृतं इदं कंदुकम त्रिदंड दक्षिणत: किंचित दूरम गतं...।
Discussion about this post