BNP NEWS DESK। Kashi vishwnath श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण का एक वर्ष पूरा होने पर मंगलवार को धाम में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रातः 11 बजे से सर्वप्रथम सभी वैदिक ब्राह्मणों एवं श्री Kashi vishwnath मंदिर के अर्चकों और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्यों ने बाबा विश्वनाथ का षोडशोपचार पूजन किया। जलाभिषेक, दुग्ध अभिषेक करने के पश्चात सभी ने बाबा से लोक कल्याण की कामना की, इसके पश्चात मंदिर परिसर में विश्व कल्याण की कामना को लेकर एक हवन पूजन का आयोजन किया गया।
इस दौरान मंदिर के अर्चक श्री नीरज पांडे श्री टेक नारायण उपाध्याय सहित 11 वैदिक शास्त्रियों ने नवग्रह पूजा और आवाहित समस्त देवो का सविधि पूजा पाठ किया गया। इसके बाद शुक्ल यजुर्वेदीय रूद्र स्वाहाकार मंत्रों से हवन किया गया। अभ्युदय कारक मंत्रों से हवन पूजन कर मंदिर और मंदिर से जुड़े समस्त लोगों के साथ विश्व कल्याण की कामना की गई।
इस पूजन कार्यक्रम में मुख्य यजमान के रूप में पूर्व मंत्री श्री नीलकंठ तिवारी, विधायक श्री सौरभ श्रीवास्तव, मंडलायुक्त श्री कौशल राज शर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के ट्रस्टी पंडित दीपक मालवीय प्रोफ़ेसर बृजभूषण ओझा पंडित वेंकटरमन घनपाठी, पंडित प्रसाद दीक्षित, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री निखिलेश मिश्रा जी विशेष कार्य अधिकारी श्री उमेश कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में मंदिर के पुजारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
श्री काशी विश्वनाथ धाम की प्राचीनता एवं नवीनता का अनुशीलन विषयक विद्वत संगोष्ठी
श्री Kashi vishwnath धाम के द्वितीय कार्यक्रम में धाम परिसर में बने त्रयंबकेश्वर हॉल में श्री काशी विश्वनाथ धाम की प्राचीनता एवं नवीनता का अनुशीलन विषयक विद्वत संगोष्ठी आहूत की गई थी, जिसमें सभी मूर्धन्य विद्वानों ने अपने अपने विचार रखे और इस धाम की परिकल्पना को सनातन धर्म के उत्थान का एक नया कदम बताया। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंगलाचरण से कीगई। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडे जी की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वानों ने अपने अपने विचार उपस्थित श्रोताओं के समक्ष रखें।
नीलकंठ तिवारी ने इस धाम की परिकल्पना भव्यता दिव्यता के बारे में लोगों को बताया
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र नाथ पांडे और मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने इस धाम की परिकल्पना भव्यता दिव्यता के बारे में लोगों को बताया। कार्यक्रम के संयोजक प्रोफ़ेसर चंद्रमौली उपाध्याय ने प्राचीनता एवं नवीनता की अनुशीलन को विस्तार से समझाया। कार्यक्रम में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के ट्रस्टी पंडित दीपक मालवीय, वेंकटरमन घनपाठी, पंडित प्रसाद दीक्षित, प्रोफेसर शत्रुघ्न त्रिपाठी, प्रोफ़ेसर कामेश्वर उपाध्याय, प्रोफेसर उपेंद्र पांडे, प्रोफेसर राम चंद्र पांडे सहित बड़ी संख्या में विद्वान उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा एवं संचालन प्रोफेशन ब्रजभूषण ओझा ने किया।
अनुराधा पौडवाल ने भजन संध्या में
मैंने तूझे बुलाया शेरावालिये से गायन सुरूवत हुई प्रेम से बोलो जय माता दी वही दूसरी कड़ी में भजन..ओम नमः शिवाय, आया बाबा का त्योहार आया शिवरात्रि का त्योहार आया।
गायन के दौरान विस्मिला खां और गिरजा देवी को याद किया।
अगली कड़ी में सुबह-सुबह लें शिव का नाम ओम नमः शिवाय
संगत में साथ दिया तबले पर अशोक पांडे, ढोलक पे जस्सी,तबला पे मोनू
कि बोर्ड पे दीपक ने साथ दिया।
अनुराधा पोडवाल के साथ गायन में कविता पोडवाल, जय पांडे, सरदार मंजीत सिंह मन्नी रहे।
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Kashi vishwnath
Kashi vishwnath श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण का एक वर्ष पूरा होने पर मंगलवार को धाम में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।
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