बीएनपी न्यूज डेस्क। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में पूरे भारतवर्ष में 75000 मानसिक दिव्यांग बच्चों ने 11बजे से 11:01 मिनट के बीच एक साथ कदमताल करके गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड का हिस्सा बने। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के चाणक्य प्रेक्षागृह में स्पेशल ओलंपिक भारत उत्तर प्रदेश ईस्ट के बैनर तले 35 मानसिक दिव्यांग बच्चों ने कदमताल कर सहभागिता किया।
शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्टांप न्यायालय शुल्क व पंजीयन मंत्री रविंद जायसवाल ने कहा कि दिव्यांगता के अनेक कारण होते हैं। शादी से पूर्व गुणों का मिलान भी दिव्यांगता निवारण का एक पक्ष है। ज्योतिष, योग एवं मेडिकल साइंस को दिव्यांगता के कारणों पर संयुक्त रुप से शोध करने की आवश्यकता है जिसका दिव्यांगता निवारण में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। मानसिक दिव्यांग बच्चों को ईश्वर कोई न कोई विशेष गुण अवश्य दिए रहते हैं। अभिभावकों को चाहिए कि घर में भोजन बनने पर इन बच्चों का ईश्वर का स्वरूप समझ कर इनसे भोग लगाना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रपति से पद्मश्री सम्मान से सम्मानित 126 वर्षीय महान योगाचार्य शिवानंद जी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ईश्वर सभी को स्वस्थ एवं शांति प्रदान करें। स्पेशल ओलंपिक भारत उत्तर प्रदेश ईस्ट के चेयरमैन डॉ उत्तम ओझा ने कहा कि दिव्यांग बच्चे ईश्वर का स्वरूप है दिव्यांगजनों की सेवा करना ईश्वर की सेवा करना है। उनकी सेवा करना हम सब के लिए परम सौभाग्य है।
कार्यक्रम को मुख्य रूप से प्रो चंद्रमौली उपाध्याय, प्रो शांतनु, महामंत्री काशी क्षेत्र भाजपा श्री अशोक चौरसिया, डॉ आरे ए जोसेफ, डॉ सीमा यादव, सुमित सिंह, इला बाजपेई ने कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्वलित तथा पंडित मदन मोहन मालवीय जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा इस कार्यक्रम के लिए प्रदान की गई शुभकामना को प्रोजेक्टर के माध्यम से स्क्रीन पर दिखाया गया। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम नाटक नृत्य गायन भजन की प्रस्तुति दिव्यांग एवं सामान्य बच्चों द्वारा तथा जिले के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया
इस अवसर पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण, दंत परीक्षण तथा मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान किया गया। दिव्यांग बच्चों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाले चिकित्सकों की टीम में प्रो टी पी चतुर्वेदी दंत रोग विशेषज्ञ, डॉ मनोज श्रीवास्तव दंत रोग विशेषज्ञ, प्रो एस एस पांडेय फिजियोथेरेपिस्ट, डॉ धीरज सिंह, डॉ विनय, डॉ व्योम पुरी, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ संजय चौरसिया, मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज तिवारी, मनोचिकित्सक डॉ तुलसीदास, डॉ गरिमा, डॉ नम्रता, डॉ आस्था ने प्रमुख रूप से योगदान प्रदान किया। दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग वाराणसी द्वारा बच्चों का यूडीआईडी कार्ड बनाया गया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मानसिक दिव्यांग बच्चे, दिव्यांगता के क्षेत्र में काम कर रही संस्थाओं के प्रतिनिधि, दिव्यांगों के अभिभावकों एवं समाजसेवीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ नीरज खन्ना, प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डॉ मनोज तिवारी, स्पेशल ओलंपिक भारत उत्तर प्रदेश ईस्ट के डायरेक्टर मनोज सिंह, श्याम जी, आशुतोष, प्रदीप सोनी, चंद्रकला रावत, नम्रता सिंह, पूजा पांडेय, ओल्डी अरोड़ा, तूलिका अरोड़ा नियाज अहमद, विष्णु कांत दुबे, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, स्वयंसेवी तथा शिक्षा संकाय काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कर्मचारी एवं स्वयंसेवी छात्रों ने सहयोग दिया। कार्यक्रम में आए दिव्यांग बच्चों को टीशर्ट, पेंसिल, पेंसिल बॉक्स, बैलून आइसक्रीम, लस्सी, छांछ, बिस्किट, टाफियां, फल व अन्य उपहार बाँटा गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग करने वाले समाजसेवी व स्वयंसेवी को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ संजय चौरसिया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ तुलसी दास ने किया।
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