बीएनपी न्यूज डेस्क। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था देखने और शिवरात्रि की तैयारी को लेकर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा गुरुवार की रात बनारस पहुंच चुके हैं। शुक्रवार को दोपहर में पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल भी बनारस पहुंचे। दोनों अधिकारी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण करने के साथ सुरक्षा को लेकर स्थानीय अधिकारियों से चर्चा किए। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का विस्तार होने के साथ सुरक्षा व्यवस्था नए सिरे से होनी है। इसको लेकर भी नए सुरक्षा प्वाइंट और मजबूत करने को लेकर रणनीति तैयार हुई। एक दिन पहले गुरुवार को पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने अपने कैंप कार्यालय में अधीनस्थों संग बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी।
बीएचयू में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने शुरू की जन-जागरूकता अभियान के लिए संगोष्ठी
आयुर्वेद संकाय, बीएचयू की ओर से विज्ञान संस्थान के महामना सेमिनार कांप्लेक्स में गिलोय जन-जागरुकता अभियान के तहत स्वास्थ्य संवर्धन संगोष्ठी शुरू की गई। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने किया। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में औषधीय पौधों के हितग्राहियों, औषधीय पौधों के कृषिकरण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। दावा किया गया है कि वाराणसी व मीरजापुर मंडल में दो लाख गिलोय के पौधों का वितरण किया गया है। इसमें किसानों, समाजिक कार्यकर्ताओं, एफपीओ, एनजीओ को प्रशिक्षण देते हुए औषधीय पौधों का वितरण भी किया गया। आयुर्वेद चिकित्साधिकारियों के द्वारा दी जाने वाली आयुर्वेदिक औषधियों को प्रत्येक रोगाधिकार को प्रोफार्मा पर भर कर एक वृहत डेटा बैंक तैयार किया जाएगा। कार्यक्रम में कोविड से बचाव के दृष्टिकोण से सबसे पहले आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए प्रोजेक्ट शिरीषादी काढ़ा को देने की बात की गई। कहा कि आयुर्वेद में आहार को महाऔषधी कहा गया है इसलिए भोजन की व्यवस्था आयुर्वेद के विधि-विधान से क्रमवार रखा गया है। विशेषज्ञों ने बताया कि अश्वगंधा, जो विशेष रूप से शारीरिक बल बढ़ाने के लिए है। वहीं तुलसी से भूताग्नि, विषम ज्वर नाशक व श्वांस-खांसी से बचाव होता है। शंखपुष्पी से बुद्धि मेधा वर्धक व गिलोय से अमृत के समान गुणकारी औषधियों के बारे में बताया गया। राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड, 14 औषधीय फूलों की खेती, औषधीय निर्माण एवं जन-मानस में जागरूकता के लिए बीएचयू में एक केंद्र के रूप में शुरुआत किए जाने पर विचार किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से हाल ही में कोविड के नियमों में दी गई छूट के तहत लोगों को बचाव के लिए खाने एवं पांचों पौधों के उपयोग के लिए जानकारी दी गई। ताकि भविष्य में कोविड जैसी अन्य महामारियों के प्रकोप से बचाव हो सके।
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