BNP NEWS DESK। Sankat Mochan Music Festival संकट मोचन संगीत समारोह की दिव्यता और भव्यता अनूठी है। इसमें हाजिरी लगाने को देश-विदेश के कलाकार सौभाग्य मानते हैं तो हनुमत प्रभु को समर्पित हर सुर-राग का श्रवण कर श्रोता-श्रद्धालु धन्य हो जाते हैं। इस बार समारोह 27 अप्रैल से शुरू हो रहा है जो दो मई तक चलेगा।
खास यह कि अबकी समारोह नई शताब्दी में प्रवेश कर जाएगा। इस 101वें आयोजन में समारोह का निखरा -संवरा इंद्रधनुषी रंग सामने आएगा। इसे लेकर कलाकारों व श्रद्धालु श्रोताओं में जिज्ञासा देखते बन रही है।
Sankat Mochan Music Festival संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र के नेतृत्व-निर्देशन में इसका खाका खींचा जा रहा है। छह दिवसीय समारोह में पद्म अवार्डी शीर्ष कलाकारों का जमावड़ा होगा।
प्रमुख नामों में कविता कृष्णमूर्ति, उनके पति वायलिन वादक एल. सुब्रह्मण्यम, मैंडोलिन वादक यू राजेश, प्रख्यात ड्रम वादक शिवमणि, मृदंग वादक येल्ला वेंकटेश्वर राव आदि शामिल हैं। अन्य कलाकारों के नामों पर अभी विचार किया जा रहा है।
मंदिर में 23 अप्रैल को हनुमान जयंती से अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र के अनुसार प्रभु की जयंती के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय अखिल भारतीय व्यास सम्मेलन 24, 25 व 26 अप्रैल को होगा। प्रतिदिन शाम छह से आठ बजे तक स्थानीय व्यासगण श्रीरामचरितमानस की कथा सुनाएंगे तो आठ से 10 बजे तक विभिन्न प्रांतों से आए व्यासगण रामकथा श्रवण कराएंगे।
पिछले साल 100वां वर्ष होने से संकट मोचन संगीत समारोह सात दिवसीय था। उसमें समारोह के 100 वर्ष का संक्षिप्त लेखा-जोखा प्रस्तुत करती स्मारिका प्रकाशित की गई थी। उसमें विद्वानों ने सारगर्भित लेखों व संस्मरण के माध्यम से जानकारी दी थी।
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Sankat Mochan Music Festival
संकट मोचन संगीत समारोह की दिव्यता और भव्यता अनूठी है। इसमें हाजिरी लगाने को देश-विदेश के कलाकार सौभाग्य मानते हैं
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