BNP NEWS DESK। Investors Meet मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लखनऊ-हरदोई सीमा पर 1000 एकड़ क्षेत्रफल में प्रस्तावित पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल एवं अपैरल पार्क प्रदेश को टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करेगा।
यह पार्क 50 हजार से अधिक नये रोजगार सृजित करेगा। उन्होंने घोषणा की है कि राज्य सरकार इस मेगा पार्क के एक्सटेंशन सेंटर के रूप में प्रदेश में दस नये टेक्सटाइल पार्क संत कबीर दास के नाम पर स्थापित करेगी। इसके साथ ही दो नये लेदर पार्क संत रविदास के नाम पर विकसित किए जाएंगे।
Investors Meet 1000 योगी लखनऊ में पीएम मित्र पार्क के लिए शनिवार को आयोजित इन्वेस्टर्स मीट को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी ‘पीएम मित्र योजना’ के तहत लखनऊ-हरदोई सीमा पर प्रस्तावित मेगा टेक्सटाइल एवं अपैरल पार्क के लिए आयोजित इन्वेस्टर्स मीट यूपी के वस्त्र उद्योग को नई उंचाई पर ले जाने में सहायक होगी।
गुजरात में सूरत को टेक्सटाइल हब बनाया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन ने गुजरात में सूरत को टेक्सटाइल हब बनाया है और अब इस विजन को देशभर में लागू करने के लिए सात पीएम मित्र पार्क स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से एक लखनऊ में है। यह देश का इकलौता पीएम मित्र पार्क है जो किसी राज्य की राजधानी में स्थापित होने जा रहा है। इस पार्क के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया चल रही है।
पार्क लखनऊ शहर से सटा हुआ है। आउटर रिंग रोड (सिक्स लेन) से इसकी कनेक्टिविटी है और राज्य सरकार यहां पर फोरलेन कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 करोड़ की आबादी वाला उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है। नेपाल, भूटान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड की बड़ी आबादी अपनी आवश्यकताओं के लिए यूपी पर निर्भर है। पीएम मित्र पार्क में एक ही स्थान पर बुनाई, रंगाई, छपाई, डिजाइनिंग और पैकेजिंग की सुविधा मिलेगी जो बाजार की मांग को पूरा करने में मददगार होगी। Investors Meet 1000
काशी और अयोध्या समृद्धि का आधार
उत्तर प्रदेश की प्राचीन विरासत की चर्चा करते हुए कहा कि जितनी प्राचीन सभ्यता होगी, वहां टेक्सटाइल की उतनी ही अधिक संभावनाएं होंगी। काशी और अयोध्या जैसे प्राचीन नगर केवल आध्यात्मिक केंद्र नहीं बल्कि समृद्धि का आधार भी थे। Investors Meet 1000
काशी, भदोही और मीरजापुर सिल्क और कालीन के लिए प्रसिद्ध
काशी, भदोही और मीरजापुर सिल्क और कालीन के लिए प्रसिद्ध हैं। अयोध्या और अंबेडकरनगर हैंडलूम के लिए जाने जाते हैं। गोरखपुर, संत कबीर नगर, आजमगढ़, मुबारकपुर और मऊ में भी टेक्सटाइल का समृद्ध इतिहास है। लखनऊ की चिकनकारी सैकड़ों वर्षों से घर-घर में फल-फूल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशानुरूप पीएम मित्र पार्क को 5-एफ माडल (फार्म टू फाइबर, फाइबर टू फैक्ट्री, फैक्ट्री टू फैशन, फैशन टू फारेन) के आधार पर विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए सकारात्मक माहौल है। इस मौके पर एमएसएमई व वस्त्रोद्योग मंत्री राकेश सचान, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, भारत सरकार के अपर सचिव वस्त्रोद्योग रोहित कंसल, प्रमुख सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग अनिल कुमार सागर, सीआइआइ की अध्यक्ष डा. उपासना अरोड़ा के अलावा कई उद्यमी उपस्थित थे।
80 निवेशकों को बांटी 210 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि
Investors Meet 1000 इस मौके पर मुख्यमंत्री ने परिधान नीति-2017 के तहत 80 निवेशकों को 210 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि बांटी। इन्वेस्टर्स मीट के दौरान मेगा पार्क के लिए 700 करोड़ रुपये के दो अनुबंध भी हस्ताक्षरित हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए 83 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के माध्यम से 3,800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पहले ही प्राप्त हो चुके हैं।
इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि सरकार ने विभिन्न निवेशकों के साथ 1,000 से अधिक एमओयू हस्ताक्षरित किए हैं, जिनमें से 225 से जुड़ी निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास जल्द होगा। इन परियोजनाओं के जरिये 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा। कार्यक्रम में गोरखपुर के अमर कुलसियान (नाइन लिमिटेड) और गौतम बुद्ध नगर के रजत जयपुरिया (राजलक्ष्मी) को मंच पर सम्मानित किया गया।
यूपी को 2029 तक बनाएंगे एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि वस्त्र उत्पादन में उप्र 13 प्रतिशत योगदान के साथ देश में तीसरे स्थान पर है और 20 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दे रहा है।
उप्र देश में सर्वाधिक एक्सप्रेसवे वाला राज्य है। गंगा एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद देश के 55 प्रतिशत एक्सप्रेसवे यूपी में होंगे। वाराणसी से हल्दिया तक देश का पहला इन्लैंड वाटरवे शुरू हो चुका है। लखनऊ से कानपुर तक डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सुविधा भी जल्द उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि आज उप्र देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। वर्ष 2029 तक हम इसे एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाएंगे। Investors Meet 1000
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