BNP NEWS DESK। Honor Killing मथुरा में सूटकेस में मिली लड़की आयुषी का अंतिम संस्कार सोमवार देर रात कर दिया गया। जिस पिता ने इकलौती बेटी की हत्या की। उसी ने बेटी को मुखाग्नि देकर अंतिम प्रणाम किया। मुखाग्नि के बाद पिता रो पड़े। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही। मां-बाप की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस भरतपुर (राजस्थान) में रह रहे आयुषी के पति छत्रपाल से भी पूछताछ करेगी। तब इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
हत्या के बाद मां-बाप ने करीब 12 घंटे तक आयुषी की लाश को रखा घर में
Honor Killing 17 नवंबर को दिल्ली के बदरपुर स्थित घर में हत्या के बाद मां-बाप ने करीब 12 घंटे तक आयुषी की लाश को घर में रखा। पिता नितेश ने एक नहीं, बल्कि लाइसेंसी रिवॉल्वर से दो गोली आयुषी के सीने में मारी थी। थोड़ी देर में तड़पकर उसने दम तोड़ दिया। वारदात के बाद आयुषी के मां-पिता बदहवास हो गए। उनको समझ ही नहीं आ रहा था कि अब क्या करें? कैसे करें?
इसी उथलपुथल में इकलौती बेटी की लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। पिता मार्केट गए। वहां से पॉलिथीन खरीदी। शव को पॉलिथीन में भरकर सूटकेस में पैक किया। फिर, आधी रात को 3.30 बजे कार की डिग्गी में रखकर निकल पड़े। पत्नी को आगे बैठाया, ताकि कोई शक न कर पाए।
फिर शव को मथुरा जिले के ही राया इलाके में यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंक दिया। 18 नवंबर की सुबह लाश बरामद हुई। 19 नवंबर को लाश की शिनाख्त आयुषी यादव के रूप में की गई। 48 घंटे में शिनाख्त और 60 घंटे में ब्लाइंड केस का खुलासा हो गया। इस पूरे हत्याकांड को किस तरह और क्यों अंजाम दिया गया। हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने की प्लानिंग।
दोनों ने एक साल पहले आर्य समाज मंदिर में कर ली थी शादी
22 साल की आयुषी का साथ में पढ़ने वाले लड़के के दोस्त छत्रपाल राजपूत से अफेयर था। दोनों ने करीब एक साल पहले आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली थी। छत्रपाल राजपूत भरतपुर (राजस्थान) का रहने वाला है। दोनों की शादी का पता परिवार को कुछ दिन पहले ही चला था।
आयुषी दिल्ली के ग्लोबल कॉलेज से बीसीए की पढ़ाई कर रही थी। दोनों की मुलाकात बीसीए की पढ़ाई के दौरान हुई थी। वहीं, दोस्ती और अफेयर से होते हुए कहानी शादी तक पहुंच गई। आयुषी को माता-पिता ने समझाया, लेकिन बकौल पिता, उसने अपनी बात नहीं मानी।
देवरिया से बनवाया रिवाल्वर का लाइसेंस
नितेश यादव के पास रिवाल्वर काफी पहले से था। उसने देवरिया जिले से इसका लाइसेंस बनवाया था। ये लाइसेंस आल इंडिया के लिए बना था, नितेश उसे दिल्ली में ही रखता था।
नीट में आया नाम, काउंसिलिंग में नहीं गई आयुषी
पुलिस की पूछताछ में स्वजन ने बताया कि आयुषी ने नीट परीक्षा क्लियर कर ली थी। लेकिन वह काउंसिलिंग में नहीं गई। माता-पिता ने काउंसिलिंग में शामिल होने के लिए काफी कहा, लेकिन वह नहीं मानी।
बेटी ने अपनाए थे विद्रोही तेवर
पुलिस को पूछताछ में पिता नितेश यादव ने बताया कि काफी समय से आयुषी ने विद्रोही तेवर अपना लिए थे। वह बात-बात पर परिवार का विरोध करने लगी थी। उसके बाहर आने-जाने पर टोका जाता, तो वह समझने के बजाए लड़ने लगती। ऐसे में पूरा घर उसके तेवरों को लेकर परेशान था।
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Honor Killing
मथुरा में सूटकेस में मिली लड़की आयुषी का अंतिम संस्कार सोमवार देर रात कर दिया गया। जिस पिता ने इकलौती बेटी की हत्या की। उसी ने बेटी को मुखाग्नि देकर अंतिम प्रणाम किया।
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