BNP NEWS DESK। Ram Navami 2024 रामनवमी के दिन मध्य बेला में 12 बजे रामलला का ढाई से पांच मिनट तक सूर्य की किरणों से अभिषेक होगा। इस अवधि में सूर्य की किरणें सीधे रामलला के ललाट पर आपतित (गिरेंगी) होंगी। रश्मियों से मुख मंडल भी आलोकित होगा। इसी समय राम जन्मोत्सव का उल्लास भी प्रस्फुटित होगा।
Ram Navami 2024 सोमवार को इसका परीक्षण सफल हो गया। इसमें सूर्य की किरणों से आराध्य का तिलक हुआ। मंदिर की व्यवस्था से जुड़े विहिप नेता गोपाल ने परीक्षण की सफलता की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गत कुछ दिनों से वैज्ञानिकों का दल उपकरणों को मंदिर में संयोजित कर रहा था। रविवार को भी इसका परीक्षण हुआ था, जिसमें सफलता प्राप्त हुई। बताया कि अब 17 अप्रैल को भी इसी तरह रामलला के ललाट पर किरणें पड़ेंगी और रामलला का सूर्य तिलक होगा। ढाई मिनट तक किरणों की तीव्रता अधिक होगी। कुल पांच मिनट भगवान भाष्कर की किरणों से आराध्य का तिलक होता दिखेगा। यह सूर्य तिलक 75 मिमी का होगा।
मंदिर निर्माण के समय ही सूर्य की किरणों से आराध्य के अभिषेक की कल्पना हुई। इसके प्रबंधन व संयोजन का दायित्व रुड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों को सौंपा गया था। इन सभी ने पद्धति विकसित की। उपकरण तैयार किए। इसमें मिरर, लेंस व पीतल का प्रयोग हुआ है। इसके संचालन के लिए बिजली व बैट्री की भी जरूरत नहीं है। इस प्रोजेक्ट का नाम वैज्ञानिकों ने सूर्य तिलक दिया। प्रत्येक वर्ष रामनवमी पर रामलला का सूर्य तिलक होगा।
The Review
Ram Navami 2024
रामनवमी के दिन मध्य बेला में 12 बजे रामलला का ढाई से पांच मिनट तक सूर्य की किरणों से अभिषेक होगा। इस अवधि में सूर्य की किरणें सीधे रामलला के ललाट पर आपतित (गिरेंगी) होंगी। रश्मियों से मुख मंडल भी आलोकित होगा।
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