BNP NEWS DESK। Mahakal Temple प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की लागत से तैयार महाकालेश्वर मंदिर कारिडोर Mahakal Temple विकास परियोजना के पहले चरण का लोकापर्ण किए। प्रधानमंत्री महाकाल लोक (Mahakal Lok) के उद्घाटन को प्रतीकात्मक रूप से ‘शिवलिंग’ का अनावरण किए। महाकाल लोक के निर्माण से मंदिर का कुल क्षेत्रफल वर्तमान में 2.82 हेक्टेयर से बढ़कर 20 हेक्टेयर से भी अधिक हो गया है।
श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की गूंज विदेशों में भी सुनाई देगी। भाजपा के विदेश संपर्क विभाग ने अमेरिका, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन, यूएइ, कनाडा, हालैंड, कुवैत सहित 40 देश के NRI को लोकार्पण कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi 11 अक्टूबर दिन मंगलवार को शाम 6.30 बजे 200 संतों और 60 हजार लोगों की मौजूदगी में महाकाल लोक को देश को समर्पित किए। पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट महाकाल लोक का पहला चरण बनकर तैयार हो गया है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। वहीं दूसरे फेज का निर्माण कार्य अभी होना बाकी है। 900 मीटर से ज्यादा क्षेत्रफल में फैले महाकाल लोक के पहले चरण पर 800 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किया गया है।
दिल्ली के शासक इल्तुतमिश के मंदिर को किया था ध्वस्त
बता दें कि महाकाल मंदिर आज जैसा दिखता है, पुराने समय में ऐसा नहीं था। 11वीं सदी में गजनी के सेनापति और 13वीं सदी में दिल्ली के शासक इल्तुतमिश के मंदिर ध्वस्त कराने के बाद कई राजाओं ने इसका दोबारा निर्माण करवाया। लेकिन अब महाकाल परिसर एक अलग ही रूप में नजर आएगा।
12 ज्योतिर्लिंगों में अकेले महाकालेश्वर ही दक्षिण मुखी
#WATCH मध्य प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में आरती की। pic.twitter.com/nSm14saJKp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 11, 2022
बता दें कि महाकाल लोक को तैयार करने में 4 साल से भी ज्यादा का समय लगा है। महाकाल की खासियत है कि 12 ज्योतिर्लिंगों में अकेले महाकालेश्वर Mahakaleshwar ही दक्षिण मुखी हैं।
महाकाल लोक में आने वाले भक्तों को नीलकंठ महादेव, सती के शव के साथ शिव, कैलाश पर शिव, गजासुर संहार, आदि योगी शिव, योगेश्वर अवतार, कैलाश पर रावण की प्रतिमाएं शिव की महिमा का गुणगान करती दिखेंगी।
महाकाल लोक में चार मुख्य द्वार होंगे
महाकाल लोक में चार मुख्य द्वार होंगे। इनके नाम पिनाकी, शंख, नंदी और नीलकंठ हैं। दूसरे फेज में दो मुख्य द्वार और बनाए जाएंगे। पूरा बनने के बाद इन चारों गेट से श्रद्धालु महाकाल लोक कॉरिडोर में प्रवेश कर सकेंगे।
महाकाल लोक में कई औषधीय पौधे लगाए गए हैं। यहां भगवान शिव को प्रिय शमी और बेलपत्र के अलावा नीम, पीपल, रुद्राक्ष, बकुल, कदम, सप्तपर्णी और वटवृक्ष भी लगाए गए हैं।
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Mahakal Temple
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की लागत से तैयार महाकालेश्वर मंदिर कारिडोर Mahakal Temple विकास परियोजना के पहले चरण का लोकापर्ण किए।
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