Kashi Vishwanath Dham
काशी विश्वनाथ धाम स्थित नंदी को 51 किलो रुद्राक्ष चढ़ाने जा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका
ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ताओं ने दिया धरना दिया और हनुमान चालिसा का किया पाठ
बीएनपी न्यूज डेस्क। Kashi Vishwanath Dham श्री काशी विश्वनाथ धाम स्थित नंदी की प्रतिमा को 51 किलो रुद्राक्ष चढ़ाने जा रहे ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ताओं को मंगलवार को पुलिस ने रोक दिया। कार्यकर्ता जिद पर अड़े रहे और पुलिस ने उन्हें जाने नहीं दे रही थी। इससे नाराज महापरिषद के कार्यकर्ता मैदागिन चौराहे पर धरने पर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। काफी जद्दोजहद के बाद कार्यकर्ताओं को आम श्रद्धालुओं की तरह मंदिर में जाकर दर्शन करने और परिसर स्थित हनुमान मंदिर में रुद्राक्ष को चढ़ाने की इजाजत दी गई।
चौक थाना प्रभारी शिवकांत मिश्रा के अनुसार ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यकर्ताओं ने बकायदा विज्ञप्ति जारी करके मंदिर के पश्चिमी द्वार के पास मौजूद नदीं को 51 किलो रुद्राक्ष चढ़ाने का बात कही थी। इसके लेकर पुलिस अलर्ट थी। सुबह 25-30 की संख्या में कार्यकर्ता 51 किलो रुद्राक्ष लेकर मैदागिन के रास्ते पैदल ही मंदिर की ओर बढ़ने लगे। पुलिस रास्ते पर मौजूद रही। सभी कार्यकर्ताओं को मैदागिन चौराहे पर रोक दिया। इसे लेकर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हुई। कार्यकर्ता समूह के साथ मंदिर जाने पर अड़े रहे। बड़ी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें आगे बढ़ने नहीं दे रहे थे। पुलिस का कहना है था इस कार्यक्रम के लिए कोई इजाजत नहीं ली गई है। वहीं कार्यकर्ताओं का कहना था कि दर्शन-पूजन के लिए उन्हें किसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं है। रोके जाने से नाराज महापरिषद के कार्यकर्ता मैदागिन चौराहे पर सड़क पर धरने पर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के समझाने-बुझाने पर कार्यकर्ताओं ने अपनी जिद छोड़ी। इसके बाद 15 कार्यकर्ताओं को आम श्रद्धालुओं की तरह मंदिर जाने और दर्शन-पूजन करने का इजाजत दी गई। साथ ही कार्यकर्ता इस पर भी राजी हुए कि रुद्राक्ष को नंदी को न चढ़ाकर परिसर स्थित हनुमान मंदिर में चढ़ाया जाए। कार्यकर्ता दर्शन-पूजन के लिए जाने वाले आम श्रद्धालुओं की तरह ही सुरक्षा जांच आदि के बाद मंदिर में पहुंचे। साथ लाए 51 किलो रुद्राक्ष को हनुमान मंदिर में चढ़ाया। इसके बाद सभी वापस लौट गए। ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के कार्यक्रम के लेकर चौक व कोतवाली पुलिस अलर्ट रही। मंदिर परिसर में सुरक्षाकर्मी मुस्तैद रहे।
Discussion about this post