बीएनपी न्यूज डेस्क। Riyaz and Gauss Arrest राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थन की वजह से दिनदहाड़े कन्हैयालाल नाम के एक टेलर का गला रेत दिया गया है। पुलिस ने वारदात के कुछ घंटों बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, चौंकाने वाली बात यह है कि 17 जून को ही आरोपियों ने इस बात का एलान कर दिया था कि वह कन्हैयालाल की हत्या कर देंगे। उन्होंने बकायदा इसका वीडियो भी जारी किया था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। ऐसे में राजस्थान पुलिस भी सवालों के घेरे में आ गई है।
आरोपियों ने इस्लामिक स्टेट के आतंकियों जैसी क्रूरता दिखाते हुए कन्हैयालाल की गर्दन को धारदार हथियार से काट डाला। बताया जा रहा है कि कन्हैयालाल के मोबाइल से कुछ ग्रुप में वॉट्सऐप पोस्ट को फॉर्वर्ड किया गया था, जिससे नाराज होकर कट्टरपंथी उसकी जान के दुश्मन बन गए।
इस पूरे मामले की शुरुआत करीब एक पखवाड़े पहले हुई, जब कन्हैयालाल ने पैगंबर में मोहम्मद साहब के खिलाफ टिप्पणी करने वाली भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया में कुछ पोस्ट किया था। हालांकि, परिवार के लोगों का यह भी कहना है कि विवादित पोस्ट को कन्हैया के 8 साल के बेटे ने कुछ वॉट्सऐप ग्रुप में गलती से भेज दिया था।
बेटे ने गलती से भेजा पोस्ट
कन्हैयालाल के परिजनों का कहना है कि यह पोस्ट गलती से कन्हैया के 8 साल के मासूम बच्चे ने अनजाने में कुछ वॉट्सऐप ग्रुप में भेज दिया था। यह पोस्ट कुछ कट्टरपंथियों ने देखा तो वह कन्हैयालाल के दुश्मन बन गए। आरोपी रियाज ने 17 जून को ही एक वीडियो जारी करके कन्हैया को मारने की धमकी दी थी। बताया जा रहा है कि कन्हैयालाल ने पुलिस से शिकायत भी की थी।
अपने दोस्त के घर जाकर छुप गए थे दोनों
Riyaz and Gauss Arrest उदयपुर पुलिस ने रियाज और गौस की गिरफ्तारी के मामले में फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया है। हालांकि सीएम ने गिरफ्तारी की बात कही है, हालांकि नाम की पुष्टि गहलोत के ट्वीट में नहीं है। रियाज और गौस को उदयपुर से करीब 120 किलोमीटर दूर राजसमंद जिले से उनके एक दोस्त के यहां से पकड़ा गया है। मंगलवार दोपहर में उदयपुर में हत्या करने के तुरंत बाद दोनों राजसमंद के लिए रवाना हो गए थे। इनमें से एक युवक भीलवाड़ा जिले का रहने वाला है और एक हर एक राजसमंद का।
बताया जा रहा है कि दोनों ने 17 जून से लेकर 28 जून तक 7 से ज्यादा वीडियो बनाए थे और इन वीडियो को लगातार सोशल मीडिया पर पूरी प्लानिंग के तहत वायरल किया था। पुलिस तमाम वीडियो देख चुकी है। इन्हीं के आधार पर तीन अन्य लोगों की और तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि उदयपुर में हुए इस बवाल के बाद 24 घंटे के लिए उदयपुर जिले में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। पूरे प्रदेश में पुलिस ने सख्त निर्देश दिए हैं। भारी पुलिस बंदोबस्त उदयपुर में किया गया है।
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