BNP NEWS DESK। monsoon 2023 भारत में 17 सितंबर की सामान्य तिथि से आठ दिन बाद सोमवार से मानसून की वापसी शुरू हो गई। यह लगातार 13वीं बार है जब मानसून देरी से लौट रहा है।
monsoon 2023 मौसम विभाग ने एक बयान में कहा, ‘दक्षिण पश्चिम मानसून सोमवार से दक्षिण पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों से लौटना शुरू हो गया। दक्षिण पश्चिम राजस्थान से इसके लौटने की सामान्य तिथि 17 सितंबर थी।’ उत्तर पश्चिम भारत से मानसून की वापसी भारतीय उपमहाद्वीप से इसकी वापसी की शुरुआत का प्रतीक है।
मानसून की वापसी में किसी भी प्रकार की देरी का मतलब लंबे समय तक बारिश का मौसम बना रहना है जिसका कृषि उत्पादन पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ सकता है, विशेषकर उत्तर पश्चिम भारत में जहां रबी फसल की पैदावार में वर्षा की अहम भूमिका होती है। आम तौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून केरल में एक जून को आता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है।
मानसून की वापसी की घोषणा
यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर पश्चिम भारत से लौटने लगता है और 15 अक्टूबर तक पूरे देश से चला जाता है।
मौसम विभाग ने बताया कि देश के उत्तर-पश्चिमी भागों से मानसून की वापसी की घोषणा एक सितंबर के बाद तीन प्रमुख बातों के आधार पर की जाती है- क्षेत्र में लगातार पांच दिन तक वर्षा की कोई गतिविधि न होना, लोअर ट्रोपोस्पेयर (850 एचपीए और नीचे) में एंटीसाइक्लोन का बनना और नमी की मात्रा में काफी कमी आना।
भारत में मानसून के इस मौसम में सामान्य 843.2 मिलीमीटर के मुकाबले अब तक 796.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। यानी इस बार बारिश छह प्रतिशत कम हुई है। दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 94 प्रतिशत से 106 प्रतिशत के बीच वर्षा को सामान्य माना जाता है।
‘अलनीनो’ का अर्थ दक्षिण अमेरिका के पास प्रशांत महासागर में पानी का गर्म होना होता है
मानसून से पहले मौसम विभाग ने सामान्य मानसून का पूर्वानुमान जताया था। लेकिन उसने आगाह किया था कि ‘अलनीनो’ दक्षिण पश्चिम मानसून के उत्तरार्ध को प्रभावित कर सकता है। ‘अलनीनो’ का अर्थ दक्षिण अमेरिका के पास प्रशांत महासागर में पानी का गर्म होना होता है। ‘अलनीनो’ स्थिति भारत में मानसून के दौरान कमजोर हवाओं और शुष्क परिस्थितियों से जुड़ी है।
भारत में जून में कम वर्षा हुई, लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में लगातार पश्चिमी विक्षोभ और मैडेन-जूलियन आसिलेशन (एमजेओ) के अनुकूल चरण के कारण जुलाई में अत्यधिक वर्षा हुई। एमजेओ एक व्यापक वायुमंडलीय विक्षोभ होता है।
जो उष्णकटिबंधीय अफ्रीका में उत्पन्न होता है और पूर्व की ओर बढ़ता है, जिसकी अवधि आमतौर पर 30 से 60 दिन होती है। अगस्त 2023 को 1901 के बाद से भारत में सबसे शुष्क और अब तक का सबसे गर्म अगस्त महीना दर्ज किया गया, लेकिन कई निम्न दबाव प्रणालियों और एमजेओ के सकारात्मक चरण के कारण सितंबर में अधिक बारिश हुई।
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भारत में 17 सितंबर की सामान्य तिथि से आठ दिन बाद सोमवार से मानसून की वापसी शुरू हो गई। यह लगातार 13वीं बार है जब मानसून देरी से लौट रहा है।
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