BNP NEWS DESK। air strikes on iran इजरायल ने ईरान से मिसाइल हमले का बदला ले लिया है। उसने शनिवार तड़के ईरान के सैन्य ओर ड्रोन ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए। बदले की इस कार्रवाई में इजरायल के 100 से ज्यादा लड़ाकू विमान शामिल रहे। राजधानी तेहरान समेत ईरान के कई राज्यों में धमाकों की गूंज सुनी गई।
air strikes on iran हालांकि ईरान के परमाणु और तेल ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया। हमले में ईरान को भारी नुकसान पहुंचने की खबर है। उसके दो सैनिक भी मारे गए हैं। ईरान ने सीमित नुकसान होने का दावा किया और कहा कि वह सही समय पर इसका जवाब देगा। इजरायली हमले के बाद पश्चिम एशिया में युद्ध का संकट गहरा गया है।
ईरान ने एक अक्टूबर को करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया था। इजरायल ने कहा था कि उसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। air strikes on iran
इजरायली सेना ने ईरान पर खुलेआम हमला किया
यह पहली बार है, जब इजरायली सेना ने ईरान पर खुलेआम हमला किया। बीती सदी के नौवें दशक के बाद किसी शत्रु देश ने ईरान पर इस तरह का पहला हमला किया है। इजरायली सेना ने कहा कि उसने ईरान में मिसाइल निर्माण संयंत्रों और अन्य स्थलों को निशाना बनाकर हमले किए। ईरान में हमले करने के बाद उसके विमान सुरक्षित स्वदेश लौट आए।
इजरायली रक्षा बलों ने अपना मिशन पूरा कर लिया
सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने वीडियो संदेश में कहा, ‘इजरायली रक्षा बलों ने अपना मिशन पूरा कर लिया है। अगर ईरानी शासन ने कोई गलती की तो तनाव का एक नया दौर शुरू हो जाएगा और हम जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध होंगे।’ जबकि ईरान की सेना ने कहा कि इजरायल ने उसके इलाम, खुजस्तान और तेहरान प्रांतों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए । जिनमें सीमित क्षति हुई। ईरानी सेना का यह बयान सरकारी टेलीविजन चैनल पर पढ़ा गया, लेकिन किसी नुकसान से जुड़ी कोई तस्वीर नहीं दिखाई गई।
हवाई सुरक्षा प्रणाली ने हमलों से होने वाले नुकसान को सीमित कर दिया
उसने दावा किया कि उसकी हवाई सुरक्षा प्रणाली ने हमलों से होने वाले नुकसान को सीमित कर दिया। जबकि तेहरान के एक निवासी ने अपनी पहचान गोपनीय रखे जाने की शर्त पर बताया कि हमलों की पहली लहर में सात विस्फोटों की आवाज सुनी गई, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। बता दें कि इजरायल और ईरान के बीच तनाव उस समय से बढ़ गया है ।
जब हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल में हमला किया था। उसी समय से ईरान समर्थित हमास के विरुद्ध गाजा में इजरायली सैन्य अभियान चल रहा है। इजरायल ने लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्ला के खिलाफ भी सैन्य अभियान चला रखा है। ईरान ने एक अक्टूबर को इजरायल पर मिसाइल हमला किया था। उसने यह हमला हिजबुल्ला प्रमुख नसरुल्ला और हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्याओं का बदला लेने के लिए किया था। उस समय इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान ने बड़ी भूल कर दी है।
ईरान, सीरिया और इराक में हवाई क्षेत्र बंद
ईरान ने शनिवार सुबह देश का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया। एसोसिएटेड प्रेस ने उड़ानों पर नजर रखने वाले डाटा का विश्लेषण किया, जिससे पता चलता है कि अधिकतर वाणिज्यिक विमान ईरान, इराक, सीरिया और लेबनान के हवाई क्षेत्र से बाहर चले गए। मिस्र की सरकारी विमानन कंपनी इजिप्टएयर ने क्षेत्र में अपनी कई उड़ानें रद कर दी।
हिसाब बराबर हो चुका है: अमेरिका
अमेरिका ने कहा कि ईरान पर इजरायल के हमलों से हिसाब बराबर हो चुका है। अब दोनों शत्रु देशों के बीच प्रत्यक्ष सैन्य हमले बंद होने चाहिए। अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी कि यदि उसने इजरायल पर जवाबी हमले किए तो उसे इसके अंजाम भुगतने पड़ेंगे। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि ईरान को इजरायली हमले का जवाब नहीं देना चाहिए। सभी पक्षों को संयम रखना चाहिए।
सऊदी समेत खाड़ी देशों ने की आलोचना
सऊदी अरब, कतर, यूएई और जार्डन ने ईरान पर इजरायल के हवाई हमले की तीखी आलोचना की है। सऊदी ने कहा कि यह ईरान की संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। कतर ने हमले की निंदा की और क्षेत्रीय अस्थिरता से बचने के लिए संयम और बातचीत का आग्रह किया। जबकि यूएई ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव को लेकर गहरी चिंता जताई है।
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इजरायल ने ईरान से मिसाइल हमले का बदला ले लिया है। उसने शनिवार तड़के ईरान के सैन्य ओर ड्रोन ठिकानों पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए।
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