बीएनपी न्यूज डेस्क। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित “फलों और सब्जियों के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष 2021” के उपलक्ष्य में भारतीय सब्जी अनुसन्धान संस्थान, वाराणसी में “पोषण, उद्यमिता और पर्यावरण हेतु सब्जी अनुसंधान और नवाचार (आईसीवीईजी-21)” विषय पर 14-16 दिसंबर, 2021 के दौरान एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सब्जियां विटामिन, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध होती है और मानव शरीर के समुचित कार्य एवं स्वास्थ्य में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका हैं। सब्जियों का जैव विविधता बढ़ाने, पर्यावरणीय स्थिरता और किसानों की आजीविका में सुधार करने में महत्वपूर्ण योगदान है। देश के विभिन्न अनुसंधान संस्थानों, वैज्ञानिकों और हितधारकों के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप देश के बागवानी उत्पादन ने हाल के दिनों में खाद्यान्न उत्पादन को पीछे छोड़ दिया है। भारत विश्व में सब्जी उत्पादन में दूसरे स्थान पर है और इसका विश्व सब्जी उत्पादन में लगभग 15प्रतिशत का योगदान है। खाद्य और पोषण सुरक्षा के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि की रक्षा के लिए सब्जियों में अनुसंधान, शिक्षा और उद्यमिता से संबंधित मुद्दों सार्थक वार्तालाप करने की जिनांत आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित “फलों और सब्जियों के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष 2021″ और भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में इंडियन सोसाइटी ऑफ वेजीटेबल साइंस (आईएसवीएस) 14-16 दिसंबर 2021 को भा. कृ. अ. प. भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी, उत्तर प्रदेश में पोषण, उद्यमिता और पर्यावरण हेतु सब्जी अनुसंधान और नवाचार” (आईसीवीईजी -21) पर एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। यह सम्मलेन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, भा. कृ. अ. प.– भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी, वर्ल्ड वेजिटेबल सेंटर, ताइवान, पौधा किस्म संरक्षण एवं कृषक अधिकार प्राधिकरण, नई दिल्ली, भा. कृ. अ. प. प्याज और लहसुन अनुसंधान निदेशालय, पुणे और कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपेडा), नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन में जिन विषयगत क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी उनमें अप्रयुक्त सब्जी विविधता और उन्नयन, उत्पादन प्रणाली और जलवायु स्मार्ट कृषि, पादप स्वास्थ्य प्रबंधन, सब्जियों के साथ स्वस्थ भोजन और आहार विविधीकरण, सब्जी की कटाई के बाद प्रबंधन और मूल्य श्रृंखला, उद्यमिता और शिक्षा शामिल हैं। सम्मेलन शोधकर्ताओं, शिक्षकों, छात्रों और अन्य हितधारकों के लिए वैश्विक स्तर पर सब्जियों के अनुसंधान पर भविष्य के कार्यक्रमों के लिए वार्तालाप और रोड मैप तैयार करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय केन्द्रीय कृषि मंत्री, भारत सरकार श्री नरेन्द्र सिंह तोमरज़ी होंगे। इस सम्मेलन में दुनिया भर के प्रख्यात वैज्ञानिकों, शिक्षकों और पेशेवरों सहित लगभग 600 प्रतिनिधि भौतिक रूप से या आभासी रूप से भाग लेंगे।
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