बीएनपी न्यूज डेस्क। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते अब काशी के घाटों समेत गंगा आरती पर भी असर पड़ने लगा है। गंगा तट पर होने वाली प्रसिद्ध गंगा आरती सोमवार से सांकेतिक कर दी गई है। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें पर्यटन स्थल, संग्रहालय, जिम आदि 20 जनवरी तक बंद कर दिए गए हैं। पार्क, घाट, मैदान, स्टेडियम आदि में शाम चार बजे के बाद आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसका अनुपालन कराने के लिए सोमवार को पुलिस सभी स्थानों पर डटी रही। शाम चार बजते ही घाटों से जाने का लोगों से पहले तो पुलिस ने आग्रह किया फिर उसके बाद सख्ती से भी पेश आई।
दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा होने वाली विश्व प्रसिद्ध माँ गंगा की दैनिक महा आरती कोरोना के बढ़ते तीसरे प्रकोप को देखते हुए गंगा सेवा निधि द्वारा आम जन मानस से ये अपील की गई की अगले सूचना तक आप सभी मां गंगा आरती में न शामिल हो और आज से मां गंगा की दैनिक आरती सांकेतिक रूप से की गई है सात अर्चक की जगह अब एक अर्चक ही आरती करेंगे चार महीने 10 दिन पहले ही 28 अगस्त 2021 को आरती अपने भव्य और पुराने स्वरूप में प्रारम्भ हुई थी। आज पुनःचार महीने बाद सांकेतिक रूप से हुई। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र द्वारा बताया गया कि अगली सूचना तक माँ गंगा की आरती में श्रद्धालु पर्यटक शामिल ना हो और कोविड के नियमों का पालन करें साथ ही माँ गंगा से ये विशेष प्राथना भी की गई कि कोरोना का अब अंत हो और जन जीवन सामान्य हो।
सोमवार को जिलाधिकारी के आदेश पर नगर स्थित रामनगर दुर्ग का म्युजियम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। टिकट काउंटर और किलो के मुख्य गेट पर नोटिस भी चस्पा कर दिया गया है। अब पर्यटक राजाओं के समय की गाड़ियां, हथियार, पोशाक सहित अन्य पुरानी चीजों का दीदार नहीं कर सकेंगे।
Discussion about this post