BNP NEWS DESK। CO of Sambhal बेबाक बात कहने वाले संभल के सीओ अनुज चौधरी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। ताजा मामला होली और रमजान को लेकर शांति समिति की बैठक को लेकर है। बैठक में उनका कहना था कि होली साल में एक दिन आती है और जुमा 52 बार। ऐसे में जिसे रंगों से परहेज है, वह घर से बाहर न निकले। जिस भाई के अंदर होली खेलने की कैपेसिटी हो, वहीं घर से बाहर निकले।
CO of Sambhal इस बार होली शुक्रवार (14 मार्च) को है। इसी दिन जुमे की नमाज है। लिहाजा, संभल में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। डीआइजी मुनिराज जी के साथ डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई पैदल मार्च कर चुके हैं।
कोतवाली में गुरुवार को सीओ ने शांति समिति की बैठक में असामाजिक तत्वों को हिदायत दी कि अगर आप अपने धर्म का सम्मान करते हैं तो दूसरे धर्म वालों को कीड़े-मकोड़े नहीं समझना चाहिए। कहा कि जो लोग इसमें नहीं आए हैं, उन्हें बता दिया जाए कि साल में 52 बार जुमा आता है, लेकिन होली एक दिन। CO of Sambhal
उन्होंने मुस्लिमों से अपील करते हुए कहा कि जिस तरह आप पूरे साल ईद का इंतजार करते हैं, उसी तरह होली भी हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है। अगर रंग से आपत्ति है तो उस दिन पूजा-पाठ और नमाज घर के अंदर ही करें। क्योंकि हर जगह भगवान और अल्लाह है। पुलिस किसी भी सूरत में कानून का उल्लंघन नहीं होने देगी। उन्होने हिंदुओं को भी नसीहत देते हुए कहा कि वह भी अनावश्यक किसी पर रंग न डाले, नियम सबके लिए समान है।
अपने वक्तव्य को लेकर पहलवान रहे सीओ इंटरनेट मीडिया पर छाए हुए हैं
बैठक में सभी लोगों ने सीओ की बात पर सहमति जताई। अपने वक्तव्य को लेकर पहलवान रहे सीओ इंटरनेट मीडिया पर छाए हुए हैं। इससे पहले जनवरी में एक धार्मिक यात्रा में सीओ गदा लेकर घूमे। इसकी शिकायत होने पर जांच भी कराई गई।
सीओ ने कहा था कि मैं जवान ही गदा पकड़े हुए हुआ हूं। इसके अलावा वर्दी में एक जागरण में भजन गाते हुए भी उनका वीडियो प्रसारित हो चुका है। 24 नवंबर, 2004 को संभल में हिंसा होने के बाद भी उनका वीडियो सामने आया था जिसमें वह कह रहे हैं कि पुलिस वाले क्या मरने के लिए भर्ती हुए हैं। उनके भी बच्चे और परिवार हैं।
इधर, सपा प्रवक्ता सवेंद्र विक्रम सिंह ने एजेंसी से कहा है कि अधिकारियों को भाजपा के एजेंट की तरह काम नहीं करना चाहिए। अधिकारी मुख्यमंत्री की बातों की नकल कर रहे हैं, ताकि उनकी नजरों में बने रहें।
ऐसे बयान देने वालों और खुलेआम पक्षपात करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस के उपाध्यक्ष मनीष हिंदवी ने सीओ की बात को राजनीतिक बयान बताते हुए कहा कि कोई भी अधिकारी, चाहे वह कोई भी हो, धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए।
तभी शासन ठीक से चल सकता है। अन्यथा अराजकता फैल जाएगी। अगर किसी धर्म विशेष के लोगों ने रंगों से खेलने पर असहजता जताई है, तो अधिकारी का कर्तव्य यह सुनिश्चित करना है कि भय या असुरक्षा का माहौल न बने।
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