बीएनपी न्यूज डेस्क। गुड फ्राइडे पर प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हुए शुक्रवार को मसीही समाज ने चर्चों में विशेष प्रार्थना की। चर्चों में क्रूस यात्रा भी निकाली गई। पादरियों ने यीशु को सूली पर चढ़ाए जाने के दौरान उनके द्वारा दिये गए सात वचनों का संदेश सुनाया। इस दौरान प्रार्थना और विशेष गीतों का क्रम भी चलता रहा। प्रभु यीशु ने मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया था, जिसकी याद में पूरे दिन विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित होती रहीं। प्रभु को मिली उस यातना को शिद्दत से महसूस करते हुए हर आंखें नम हों उठी।
छावनी स्थित सेंट मेरीज चर्च में प्रभु यीशू का क्रूस मरण, पवित्र क्रूस की उपासना भी हुई। इसके अलावा मसीही समुदाय के लोगों ने प्रभु यीशू का क्रूस रास्ता का मंचन किया। इस दौरान प्राण दंड के लिए प्रभु यीशु को कंधे पर क्रूस लादने से क्रब में रखे जाने तक का मंचन किया गया। इसमें सिरीनी सिमोन क्रूस ढोने में मदद दिखाया गया था। सिपाही यीशु के कपड़ों को उतारते हैं। वह क्रूस पर ठोके जाते हैं और उसी पर वह अपना प्राण त्याग देते हैं। इससे पहले यीशु तीन बार क्रूस से गिरते हैं। वेरोनिका यीशु का चेहरा पोछती है। यीशु अपनी दु:खी में मिलते हैं। मां की गोद में ही वह क्रब में रखे जाते हैं। इस प्रकार नाटक का मंचन कर प्रभु यीशू का क्रूस मरण का चित्रण किया है। इसके बाद महागिरजाघर में वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप डा. यूजीन जोसेफ ने पवित्र क्रूस की उपासना की। मनय ने प्रभु यीशु, एबरान रार्बट, एमेक्स डिक्सन से सिपाही व सुजाता में मदर मेरी की भूमिका निभाई।
उधर लाल गिरजाघर में संजय दान, शीला ऐंड्रयून, सुरेंद चरन, मानिल दयान, स्मृति दान, एसवी दास ने यीशु को सूली पर चढ़ाए जाने के दौरान उनके द्वारा दिये गए सात वचनों का संदेश सुनाया। गुड फ्राइडे की आराधना में लाल गिरजाघर के सचिव विजय दयाल, डा. विनीत जे स्टिफन सहित अन्य लोग शामिल थे। इस क्रम में सेंट पाल चर्च (सिगरा), सेंट थामस चर्च (गोदौलिया), बेथेल फुल गास्पल चर्च (महमूरगंज), चर्च आफ बनारस, सीएनआइ तेलियाबाग चर्च सहित अन्य गिरजाघरों में भी विशेष प्रार्थना सभाएं हुईं।
कल मनाया जाएगा ईस्टर
सलीब (क्रूस)पर चढ़ाए जाने की घटना के तीसरे दिन प्रभु यीशु जी उठे थे। इस समूची घटना को याद करते हुए मसीही समाज रविवार को प्रभु के जी उठने की खुशियां ईस्टर (पुनरुत्थान दिवस) के रूप में मनाएगा। भोर में लोग अपने हाथों में कैंडल लेकर गीत गाते हुए चर्च पहुंचेंगे। इस दौरान गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा का भी आयोजन होगा। लोग एक दूसरे को ईस्टर बन खिलाकर शुभकामनाएं देंगे।
प्रभु यीशु के पुनरुत्थान महोत्सव
इस क्रम में सेंट मेरीज कैथेड्रल महागिरजाघर में 16 अप्रैल को रात 9.30 बजे से प्रभु यीशु के उठने का उत्सव मनाया जाएगा। वहीं 17 अप्रैल को सुबह प्रभु यीशु के पुनरुत्थान महोत्सव होगा। जबकि लाल गिरजा में 16 अप्रैल को सुबह व शाम पांच बजे श्रृंखलाबद्ध बाइबिल का अध्ययन किया जाएगा। 17 अप्रैल को सुबह पांच बजे कटिंग मेमोरियल इंटर कालेज से ईस्टर सूर्योदय का जुलूस निकलेगा।
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