BNP NEWS DESK। Varanasi Gyanvapi case वाराणसी के ज्ञानवापी से जुड़े पांच मामलों की सुनवाई दो दिसम्बर को विभिन्न अदालत में होगी। अलग-अलग लोगों की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्रों व दावों में ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के दर्शन-पूजन की मांग की गई है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से सीविल जज (सीनियर डिविजन) कुमुदलता त्रिपाठी की अदालत में दाखिल प्रार्थना पत्र पर सुनवाई होगी। इसमें ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग को आदि विश्वेश्वर बताते हुए नियमित पूजा-पाठ, राग-भोग की मांग की गई है।
Varanasi Gyanvapi case पीठासीन अधिकारी के अनुपस्थित रहने के कारण पिछली कई तारीखों पर सुनवाई नहीं हो पा रही है। वहीं सिविल जज सीनियर डिविजन (फास्ट ट्रैक) महेंद्र कुमार पांडेय अदालत में भगवान आदि विश्वेश्वर की ओर से विश्व वैदिक सनातन संघ की अतंरराष्ट्रीय महामंत्री किरन सिंह ने दाखिल दावा पर सुनवाई होगी। इसमें ज्ञानवापी परिसर भगवान आदि विश्वेश्वर को सौंपने की मांग की गई है।
Varanasi Gyanvapi case अविमुक्तेश्वर भगवान की ओर से दिल्ली निवासी हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता व खजुरी निवासी अजीत सिंह के प्रार्थना पत्र पर इसी अदालत में सुनवाई होगी। इसमें ज्ञानावपी परिसर में मिले शिवलिंग के नियमित दर्शन-पूजन की मांग की गई है।पर्यावरणविद प्रभुनारायण की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र पर भी इसी अदालत में सुनवाई होगी। इसमें भी ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के पूजन-अर्चन की मांग की गई है। ज्योर्तिलिंग आदिविश्वेश्वर विराजमान की ओर से अनुष्का तिवारी व इंदु तिवारी के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई सिविल जज सीनियर डिविजन (फास्ट ट्रैक) की अदालत में होगी।
सिविल जज सीनियर डिविजन की अदालत में लंबित हैं ये मामले
- -18 फरवरी 2021 को सुप्रीम कोर्ट के वकीलों हरिशंकर जैन,रंजना अग्निहोत्री ने दावा दाखिल किया है। इसमें ज्ञानवापी परिसर को काशी विश्वनाथ का मूल मंदिर स्थान बताते हुए भगवान आदि विश्वेश्वरनाथ और देवी श्रृंगार गौरी समेत अन्य देवों की अनवरत सेवा पूजा का अधिकार की मांग की गई है।
-19 मार्च 2019 को महाराष्ट्र प्रांत निवासी सुरेश चह्वाण ने दावा दाखिल किया है। इसमें ज्ञानवापी परिसर स्थित आदि विश्वेश्वर नाथ को अराध्यदेव बताते हुए उनकी पूजा करने का अधिकार देने की मांग की है।
-14 सितंबर 2021 को ज्योर्तिलिंग भगवान आदि विश्वेश्वर की ओर से शीतला माता मंदिर के महंत पं.शिव प्रसाद पांडेय ने दावा दाखिल किया है।
-14 सितंबर 2021 को मीरघाट निवासी सितेंद्र चौधरी एवं अन्य ने और नंदी जी महाराज की ओर दावा दाखिल किया गया है।
-2021 में लखनऊ निवासी सत्यम त्रिपाठी, पवन कुमार पाठक आदि ने दावा दाखिल किया है। विश्वेश्वरनाथ एवं अन्य देवी-देवताओं के दर्शन-पूजन का अधिकार देने की मांग की है।
-4 जून 2022 को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से जिला जज की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया है। इसमें ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग को आदि विश्वेश्वर बताते हुए नियमित पूजा-पाठ, राग-भोग की मांग की गई है।
सिविल जज सीनियर डिविजन (फास्ट ट्रैक) की अदालत में लंबित है ये मामला
- – 24 मई 2022 को भगवान आदि विश्वेश्वर की ओर से विश्व वैदिक सनातन संघ की अतंरराष्ट्रीय महामंत्री किरन सिंह ने दावा दाखिल किया है। सुनवाई इसी अदालत में हो रही है। इसमें ज्ञानवापी परिसर भगवान आदि विश्वेश्वर को सौंपने की मांग की गई है।
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Varanasi Gyanvapi case
वाराणसी के ज्ञानवापी से जुड़े पांच मामलों की सुनवाई दो दिसम्बर को विभिन्न अदालत में होगी। अलग-अलग लोगों की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्रों व दावों में ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग के दर्शन-पूजन की मांग की गई है।
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