बीएनपी न्यूज डेस्क। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिले के ग्रामीण इलाकों के लोगों को अब शीघ्र ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेंगी। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार की तरफ से नौ नए स्वास्थ्य उपकेंद्र शुरू किए गए हैं। विभाग की तरफ से चिह्नित इलाकों में नए स्वास्थ्य उपकेंद्र वर्तमान में किराए के भवन में संचालित किए जा रहे हैं। रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी सहित प्रदेश के 5000 नवीन स्वास्थ्य उपकेन्द्रों का लोकार्पण लखनऊ से वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मंत्र (MaNTra) एप यानि माँ नवजात ट्रैकिंग एप्लीकेशन को भी लौंच किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल सिंह ने कहा कि सरकार ग्रामीणों को उनके घर के नजदीक ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुंचाने का लगातार प्रयास कर रही है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती, बच्चों के साथ अन्य लोगों को बीमार होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की ओर दौड़ लगानी पड़ती है। अब गांव में ही उनको बेहतर उपचार मिल सकेगा। इसके लिए शासन की तरफ से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नौ नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्र शुरू किए गए हैं। सभी नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्र में संबन्धित क्षेत्र की एएनएम की तैनाती कर सक्रिय हो गए हैं जहां गर्भवती व बच्चों के टीकाकरण की सुविधा भी शुरू हो गयी है। डॉ सिंह ने बताया कि डिजिटलीकरण को देखते हुये मंत्र एप्लीकेशन की भी शुरुआत की गई है जिसके जरिये माँ और नवजात शिशु की ऑनलाइन ट्रैकिंग करने में मदद मिलेगी। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के गोसाईपुर, बड़ागांव के कैथौली, पिंडरा के चकरमा, चोलापुर के सुगलपुर, हरहुआ के अहिरान, काशी विद्यापीठ के ऊंचगांव, अराजीलाइन के बेनीपुर एवं चिरईगांव के चाँदपुर व मिसिरपुर में नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्र खोले गए हैं। नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ एके मौर्या ने बताया कि जिले में शुरू हुये नए स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर तैनात एएनएम द्वारा गर्भवती के स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच, टीकाकरण, प्रसव के अलावा बच्चों का नियमित टीकाकरण, कोविड टीकाकरण, संचारी रोग के रोगियों के लिए दवाएं उपलब्ध कराएंगी। इसके साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी देकर उनका लाभ लेने के लिए आशा कार्यकर्ता जागरूक करेंगी। डॉ मौर्य ने बताया कि पहले जिले में स्वास्थ्य उपकेन्द्रों की संख्या 307 थी जो अब बढ़कर 316 हो गयी है। इन नवीन केन्द्रों पर सभी चिकित्सीय व अन्य आवश्यक संसाधन पहुंचा दिये गए हैं। इन नवीन केन्द्रों के चयन में भौगोलिक स्थिति, उपकेंद्र के आसपास से गांवों की दूरी और लाभान्वित होने वाली ग्रामीण आबादी का विशेष ध्यान रखा गया है जिससे कि ग्रामीण लोगों को उनके घर के नजदीक ही अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त हो सकें।
इस वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त पीएचसी/सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी (डीएचईआईओ) हरिवंश यादव, डीपीएम संतोष सिंह, डीसीपीएम रमेश कुमार वर्मा एवं अन्य स्वाथ्यकर्मी उपस्थित रहे।
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