BNP NEWS DESK | Tourism in Varanasi वाराणसी में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए पर्यटन विकास के विभिन्न प्रस्ताव पर विचार करने हेतु जिला पर्यटन एवं बैठक में जनप्रतिनिधियों के विभिन्न प्रस्तावों पर विचार विमर्श हुआ। मंत्री अनिल राजभर द्वारा पूर्व में प्रस्तुत प्रस्ताव सारंगनाथ शिव मंदिर के जीर्णोद्धार के संबंध में सहमति बनी।
Tourism in Varanasi इसी के साथ मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ द्वारा पूर्व में प्रस्तुत मध्य मध्यमेश्वर मंदिर परिसर के जीर्णोद्धार पर सहमति बनी। इसके साथ ही रोहनिया विधायक डॉक्टर सुनील पटेल के प्रस्ताव ओम शांति आश्रम चैरिटेबल ट्रस्ट गंगा घाट के सुंदरीकरण के प्रस्ताव एवं पिंडरा विधायक डा. अवधेश सिंह के प्रस्ताव मां नटकेश्वरी भवानी मंदिर के पर्यटन विकास प्रस्ताव पर सहमति बनी।
Tourism in Varanasi कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव द्वारा नगवां वार्ड, तिलभांडेश्वर मंदिर परिक्षेत्र, सुंदरपुर, सोनिया वार्ड, सिगरा, शिवपुरवा, बजरिया एवं रामनगर के विभिन्न मंदिरों परिक्षेत्र के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव पर सहमति बनी।
अजगरा विधायक टी. राम द्वारा बताये जाने कि जहां पर सबसे ज्यादा पर्यटन आते हैं।जैसे-एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि वहां पर पर्यटन से संबंधित जानकारी देने के लिए कोई पर्यटन केंद्र जरूर होना चाहिए।
पर्यटन विभाग के सूचना केंद्र एवं काउंटर निश्चित स्थापित किए जाएं
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम द्वारा पर्यटन विभाग को निर्देश दिया गया कि प्रमुख जगहों पर पर्यटन विभाग के सूचना केंद्र एवं काउंटर निश्चित स्थापित किए जाएं। उन्होंने अपर नगर आयुक्त को घाटों पर बायो टॉयलेट स्थापित करने का निर्देश भी दिया। वाराणसी में पर्यटकों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर उन्हें रहने की दिक्कत न हो, इसके लिये होटल निर्माण के प्रस्ताव पर पेंडेंसी न होने एवं सारे निस्तारण यथाशीघ्र करने के निर्देश उप निदेशक पर्यटन को दिये।
जिलाधिकारी ने इन प्रस्ताव पर विचार करने के लिए एक समिति बनाने का निर्देश दिया। विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव द्वारा वाराणसी में एडवेंचर टूरिज्म विकसित करने पर बल दिया गया। विशेषकर वाटर एडवेंचर्स पैरासेलिंग पैराग्लाइडिंग, बंगी जंपिंग आदि गतिविधियों को प्रारंभ करने हेतु एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स को आमंत्रित करने का विचार बना।
काशी विश्वनाथ मंदिर : पर्यटकों के दृष्टिगत एक पर्यटन हेल्पडेस्क लगाई जा
काशी विश्वनाथ मंदिर पर आने वाले विभिन्न राज्यों के पर्यटकों के दृष्टिगत एक पर्यटन हेल्पडेस्क लगाई जाए। वाराणसी के घाटों पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। घाटों पर शौचालय बायो टॉयलेट्स इत्यादि के स्थापना का सुझाव दिया गया।
साथ ही जिन घाटों पर गहरा पानी है वहां किसी प्रकार की दुर्घटना से बचने हेतु स्नान के लिए एंक्लोजर बनाए जाए तथा चेतावनी सूचक बोर्ड लगाए जाए। मारकंडेय महादेव स्थल के पर्यटन विकास हेतु वृहद प्रस्ताव तैयार कराया जाए।पांचों शिवाला तथा शूलतंकेश्वर मंदिर पर भी विकास कार्य कराए जाएं। रामायण कांक्लेव के आयोजन हेतु अस्सी घाट अथवा अन्य उपयुक्त स्थल का चयन किया जाए।
रामायण कांक्लेव के आयोजन में 22 लाख का बजट प्रस्ताव पारित
रामायण कांक्लेव के आयोजन हेतु बैठक में 22 लाख का बजट प्रस्ताव पारित किया गया। पर्यटकों के पथ प्रदर्शन हेतु स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए, जो यात्राओं तथा मंदिरों में पर्यटकों को दर्शन कराने के साथ-साथ उन्हें उन स्थानों के महत्व से भी परिचित करा सकें। पर्यटन विभाग द्वारा बताया गया कि वह शीघ्र ही भाषाई गाइडों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम प्रारंभ कर रहे हैं, जिसमें अंतर ग्रही यात्राओं तथा परिक्रमा यात्राओं हेतु युवकों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा।
मीर घाट का नाम मां विशालाक्षी घाट करने का सुझाव
स्वागतम के अभिषेक शर्मा द्वारा मीर घाट का नाम मां विशालाक्षी घाट करने का सुझाव दिया गया। प्रचार प्रसार कार्यों के अंतर्गत रामनगर की रामलीला तथा वाराणसी के निकटवर्ती इको टूरिज्म पर्यटन गंतव्य पर पर्यटन पुस्तिकाओं के प्रकाशन पर भी चर्चा हुई। अंतर ग्रही यात्राओं के डॉक्यूमेंटेशन की भी आवश्यकता पर बल दिया गया तथा इनके मानचित्र प्रकाशित कराने के पर्यटन विभाग के प्रस्ताव पर सहमति दी गई। शिवरात्रि महोत्सव भव्य स्वरूप में मनाये जाने पर विचार हुआ तथा इसके लिए मंदिर के निकट उपयुक्त स्थान के चयन का सुझाव दिया गया।
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