बीएनपी न्यूज डेस्क। विधानसभा चुनाव का परिणाम ऐतिहासिक रहा है। भाजपा हमें पीछे करना चाहती थी, लेकिन जनता ने हमारा सम्मान बढ़ाया है। हमारी नीतियों का समर्थन दिया है। सरकार भले नहीं बनी, लेकिन हमारी सीट और वोट फीसद बढ़ा है। ईवीएम पर बहस नहीं, लेकिन कई जगह काउंटिंग रोकी गई और हमारे प्रत्याशी को हराया गया।वाराणसी साउथ की सीट पर कुछ ऐसा ही हुआ। 20 राउंड तक हम जीत रहे थे, लेकिन 25 वें राउंड में 10 हजार वोटों से हरा दिया गया। इसका आडियो व वीडियो भी जारी हुआ।
यह बातें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कही। बगैर किसी पूर्व सूचना के निर्धारित समय से 15 मिनट पहले सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव के आवास पर पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनी है। हम उम्मीद करते हैं कि अबकी पहले की तरह से झूठ नहीं बोलेगी और अपना वादा पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम की समीक्षा पर बहस न हो, इसके लिए कश्मीर फाइल रिलीज कर दी गई। इस फिल्म से होने वाले मुनाफे को कश्मीरी पंडितों को स्थापित करने की जरूरत है। इसके लिए बनने वाली कमेटी में पालिटिकल लोगों कोे शामिल नहीं किया जाना चाहिए। कमेटी में कश्मीरी पंडित हों, ताकि वह अपने स्तर से धन खर्च कर सकें।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि नीति आयोग के आंकड़े पर सरकार को सोचना होगा कि प्रदेश कैसे आगे बढ़े।साथ ही उन्होंने जोड़ा कि सरकार को समय देना चाहिए। शपथ ग्रहण में शामिल होने के सवाल पर कहा कि मुझे नहीं लगता कि जा सकूंगा, क्योंकि न्योता नहीं मिला है। ओमप्रकाश राजभर और अमित शाह की मुलाकात के बारे में कहा कि यह भाजपा वालों की न्यूज हो सकती है। ओमप्रकाश जी आज भी सपा के साथ मजबूती से खड़े हैं।
विधान परिषद चुनाव पर कहा कि चुनाव जीतने के लिए हमें इस बार प्रशासन से भी लड़ना पड़ेगा। भाजपा द्वारा घोषित प्रत्याशी के बारे में कहा कि भाजपा की सूची में जातिवादी सोच दिख रही है। हम जारी करते तो जातिवादी हो जाते। कहा कि हम चुनाव में हारे नहीं हैं। आगे हमारा वोट व सीट कैसे बढ़ेगी और भाजपा घटेगी, इसे सपा जानती है। महंगाई, बेरोजगारी हमारा मुद्दा होगा। हमने अपने मेनिफेस्टो में भी इसे शामिल किया था। युवा चाहता भी था कि सपा की सरकार बने और नौकरी मिले। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर देश में लोकतंत्र चाहते थे और अंबेडकर वादियों को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने बसपा पर सीधे तौर पर तो कोई आरोप नहीं लगाया, लेकिन कहा कि ऐसी चर्चा सुनने में आई थी कि बसपा ने अपना वोट भाजपा को ट्रांसफर कर दिया। चलते-चलते जिले के सांसद बने रहने के सवाल पर यह कहकर टाल दिया कि सभी नेताओं से राय लेकर फैसला करेंगे।
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