BNP NEWS DESK। Sharmistha Mukherjee पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी को बेहद खरी-खरी सुनाई है और यहां तक कह दिया कि पार्टी में सड़न आ गई है। उन्होंने कहा कि पार्टी बेहद दुखद स्थिति में है। शर्मिष्ठा ने सवाल उठाया कि जब उनके पिता का निधन हुआ था तब पार्टी ने सीडब्ल्यूसी की बैठक तक नहीं बुलाई थी। साथ ही उन्होंने और भी कई गंभीर आरोप लगाए।
Sharmistha Mukherjee शर्मिष्ठा ने कहा कि पार्टी को गंभीर आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा- पार्टी को गंभीर आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता। कहा- पुराने कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी से अलग-थलग महसूस कर रहे हैं।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने दुख जताया कि मौजूदा स्थिति और शीर्ष नेताओं में विचारधारा की कमी के कारण आज कई पुराने कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी से अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि उनके पिता की मृत्यु के बाद कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक क्यों नहीं बुलाई गई और कोई प्रस्ताव क्यों पारित नहीं किया गया।
सीडब्ल्यूसी की बैठक न बुलाने पर उठाए सवाल
मुखर्जी ने कहा कि उन्हें बुरा लगा जब उनके पिता के निधन के बाद सीडब्ल्यूसी की कोई बैठक नहीं बुलाई गई। सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। उन्होंने पूछा, ‘कांग्रेस को इसके लिए जवाब देना होगा। मैं केवल तथ्य बता सकती हूं, लेकिन मैं सिर्फ इतना जोड़ना चाहूंगी कि मुझे नहीं पता कि यह जानबूझकर किया गया या लापरवाही। इतनी पुरानी पार्टी में क्या परंपराएं हैं?’ Sharmistha Mukherjee
मुखर्जी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ‘अगर संस्थागत स्मृति का यह नुकसान है, अगर राहुल गांधी और उनके आसपास के लोग नहीं जानते कि कांग्रेस ने इन पिछली स्थितियों में कैसे काम किया तो यह कांग्रेस के भीतर एक गंभीर और दुखद स्थिति है।’
‘मुझे और मेरे पिता को ट्रोल किया गया’
कांग्रेस में गैर-वंशवादी नेताओं के योगदान को मान्यता देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि (पूर्व प्रधानमंत्री) पी वी नरसिम्हा राव के साथ क्या किया गया था। पूरा कांग्रेस तंत्र, जैसे कि, इसका सोशल मीडिया, इस पर और कुछ अन्य मुद्दों पर मुझे और मेरे पिता को लगातार ट्रोल कर रहा था। मेरे और मेरे पिता जैसे सबसे बड़े नेताओं में से एक पर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया, वह दर्शाता है कि कांग्रेस में वास्तव में सड़ांध है।’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को सोशल मीडिया पर ट्रोल करने के बजाय गंभीर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि मेरे जैसा व्यक्ति, जो कट्टर कांग्रेस विचारधारा में विश्वास करता था, आज पार्टी से अलग-थलग क्यों महसूस करता है।’ इससे पहले, एक्स पर एक पोस्ट में मुखर्जी ने कहा, ‘जब बाबा का निधन हुआ तो कांग्रेस ने शोक सभा के लिए सीडब्ल्यूसी को बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई। एक वरिष्ठ नेता ने मुझे बताया कि राष्ट्रपति पद के लिए ऐसा नहीं किया जाता। यह बिलकुल बकवास है, क्योंकि बाद में मुझे बाबा की डायरी से पता चला कि के.आर. नारायणन की मृत्यु पर सी.डब्लू.सी. को बुलाया गया था और शोक संदेश बाबा ने ही तैयार किया था।’
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