बीएनपी न्यूज डेस्क। उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और पुलिस महा निरीक्षक मुकुल गोयल रविवार को एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान कानून व्यवस्था के साथ ही कोविड के तीसरे लहर से निपटने एवं वैक्सीनेशन कार्यक्रम की समीक्षा की तथा एसएसपीजी अस्पताल का निरीक्षण कर वैक्सिनेशन एवं स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लिया।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र और पुलिस महा निरीक्षक मुकुल गोयल दोपहर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। प्रदेश के दोनों उच्चाधिकारियों ने सबसे पहले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा का दर्शन पूजन किया। दर्शन पूजन करने के पश्चात उन्होंने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था और उनके आवागमन की जानकारी ली। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को क्या सुविधा दी जा रही है, कैसे उनको सुरक्षित तरीके से व्यवस्थित कर दर्शन पूजन कराया जा रहा है इसकी जानकारी ली। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने दर्शन पूजन के पश्चात मुख्य सचिव और डीजीपी को नक्शे के माध्यम से परिसर के रूट प्लान और किस ओर से श्रद्धालु आकर गर्भ गृह के किस प्रवेश द्वार पर जाकर दर्शन करते हैं और किस गेट से बाहर निकलते हैं इसकी विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं के आवागमन के सभी रूटों पर जाकर स्थिति का जायजा लिया, वही डीजीपी ने श्रद्धालुओं के उस मार्ग पर होने वाली सुरक्षा चेकिंग की जानकारी ली। सबसे पहले दोनों अधिकारी यात्री सुविधा केंद्र गए जहां सुविधा केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछा वहां से लगने वाली लाइन और उस में मिलने वाली सुविधाओं को यात्रियों के बीच जाकर निरीक्षण किया, शौचालय पेयजल सहित टिकट और जूता चप्पल की व्यवस्थाओं को भी देखा और अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके पश्चात सभी अधिकारी गेट नंबर 2 सरस्वती फाटक की तरफ गए जहां वहां यात्री सुविधा केंद्र द्वितीय के आवागमन की व्यवस्था की जांच की। अधिकारी मंदिर चौक, विविन गैलरी होते हुए गंगा घाट तक के मार्गों का निरीक्षण किया और भवनों के निर्माण और उनके संचालन की जानकारी ली। निरीक्षण के बाद दोनों अधिकारी परिसर में बने मीटिंग हॉल में पहुंचे जहां मंदिर प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा बनाई गई पीपीटी को देखा।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि पहले विश्वनाथ मंदिर आने के लिए काफी गलियां हुआ करती थी, आज यह परिसर काफी बड़ा हो गया है इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को भी उसी तरह व्यवस्थित किया जाना चाहिए, इसलिए पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रशासन साथ मिलकर एक व्यवस्थित रूपरेखा तैयार करें, जिससे कि श्रद्धालुओं को आने जाने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई न हो। डीजीपी ने कहा कि पहले के सुरक्षा प्लान में अब बदलाव की आवश्यकता है इसलिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को शामिल करते हुए एक नया रिवाइज प्लान तैयार करने और उसको पालन कराने की आवश्यकता है। इस बैठक में कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, अपर पुलिस कमिश्नर सुभाष चंद दुबे, सीआरपीएफ कमांडेंट अनिल कुमार वृक्ष सहित अन्य पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
तत्पश्चात मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कोविड के तीसरी लहर से निपटने के लिये की गयी तैयारियों की समीक्षा के साथ ही श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने रविवार को भी स्पेशल ड्राई कैंप चलाकर कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी लाने का निर्देश दिया।
मुख्य सचिव ने अस्पताल परिसर का भ्रमण किया और टीकाकरण सेंटर पर जाकर वहां पर सुरक्षा व्यवस्था और टीका लगवाने वाले आ रहे हैं लोगों के बारे में जाना। उन्होंने सीएमएस कबीरचौरा डॉ प्रसन्न कुमार से पूछा कि प्रतिदिन कितने लोग वैक्सीनेशन के लिए आ रहे हैं। उन्होंने टीकाकरण केंद्र पर बैठी नर्स से शनिवार और रविवार तक होने वाले वैक्सीनेशन के बारे में पूछा और यह भी पूछा कि इस डेस्क पर कोविड की कौन सी वैक्सीन लग रही है। उन्होंने धीमी गति से हो रहे वैक्सीनेशन की वजह पूछी और सीएमएस को निर्देशित किया कि रविवार को 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए शुरु किये गए स्पेशल ड्राई कैंप का प्रचार प्रसार करें, ताकि अधिक से अधिक संख्या में लोग वैक्सीनेशन के लिए आए। मुख्य सचिव ने टीकाकरण केंद्र और महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि पहले रविवार को वैक्सीनेशन नहीं होता था पर बच्चों के लिए अब स्पेशल कैंप लगाया जा रहा है। मुख्य सचिव ने कहा कि व्यापक प्रचार-प्रसार करें, ताकि जो लोग सप्ताह के बाकी दिन व्यस्त रहते हैं, वो रविवार को आकर टीका लगवाए। चिकित्सालय में दी जा रही सेवाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए प्रमुख सचिव ने कहा कि रोगी हित में नियमानुसार अच्छी सेवाएं प्रदान की जाए इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सालय में चल रहे हैं कोविड टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर दीपक अग्रवाल, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मंडल वाराणसी डॉ शशि कांत उपाध्याय, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रसन्ना कुमार उपस्थित रहे।
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