BNP NEWS DESK। adelaide test 2024 ट्वाई लाइट यानी डूबते सूरज की रोशनी में गुलाबी गेंद के सामने बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल होता है। यही कारण है कि भारतीय टीम ने यहां पहले अभ्यास सत्र में शाम को अभ्यास किया। रोहित और पंत ने साढ़े चार घंटे मैदान में बिताए तो बाकी टीम करीब चार घंटे तक मैदान में रही।
adelaide test 2024 यहां पर स्थानीय समयानुसार रात आठ बजे सूर्य अस्त होता है। टीम ने रात नौ बजे तक अभ्यास किया। टीम ट्वाई लाइट में गुलाबी गेंद को खेलने की तैयारी करते हुए दिखाई दी। ये ऐसा समय होता है जब सूर्य डूब रहा होता है, फ्लड लाइट जल रही होती है और गुलाबी गेंद बल्लेबाजों को उतनी बेहतर नहीं दिखाई देती जितनी आम रोशनी में समझ में आती है।
गुलाबी गेंद भी एक कारण
रोहित और रिषभ ने मंगलवार को सबसे ज्यादा अभ्यास किया लेकिन रोहित गुलाबी गेंद के सामने फंसे-फंसे नजर आए। कई गेंदें उनको समझ भी नहीं आईं। ऐसे में नई गुलाबी गेंद उनको और परेशान कर सकती है। गुलाबी गेंद 30-40 ओवरों के बाद साफ्ट हो जाती है।
अगर यशस्वी और राहुल अच्छी ओपनिंग साझेदारी करते हैं तो रोहित मध्यक्रम को मजबूत कर सकते हैं। इसमें कोई शक नहीं कि मिस्टर आलराउंडर राहुल बेहतरीन टच में नजर में आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें ओपनिंग से हटाना गलत निर्णय हो सकता है। गिल ने भी काफी देर अभ्यास किया और वह भी अंतिम एकादश में होंगे। ऐसे में ध्रुव चंद जुरैल और देवदत्त पडीक्कल का बाहर बैठना तय है।
गुलाबी गेंद से बेहतर लग रहे आकाश
पर्थ में हर्षित राणा ने पदार्पण किया था और चार विकेट लिए। उन्होंने प्रधानमंत्री एकादश के विरुद्ध अभ्यास मैच में भी चार विकेट लिए लेकिन अगर मंगलवार को एडिलेड ओवल में हुए अभ्यास सत्र को देखें तो आकाश दीप ने सबको पीछे छोड़ दिया। गुलाबी गेंद पर महारत रखने वाले आकाश दीप ने अभ्यास सत्र में विराट से लेकर रोहित तक को परेशान किया। उनकी बाहर और अंदर जाती गेंदों का किसी के पास कोई तोड़ नहीं था। ऐसे में अगर राणा की जगह बंगाल के इस गेंदबाज को मौका दिया जाए तो अचंभित नहीं होना चाहिए।
मध्यक्रम में उतर सकते हैं रोहित
भारतीय कप्तान एक बार फिर शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले गुलाबी गेंद के डे-नाइट टेस्ट में मध्यक्रम में उतर सकते हैं। रोहित पहले टेस्ट मैच में मध्यक्रम में खेलते रहे हैं। 2018-19 के आस्ट्रेलिया दौरे में तीसरे मैच में रोहित 63 रन बनाकर नाबाद लौटे थे। ये आस्ट्रेलिया में अभी भी उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। इसके बाद वह अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए भारत वापस लौट गए थे।
यह अंतिम बार था जब रोहित टेस्ट में मध्यक्रम में खेले थे। जबसे गौतम गंभीर टीम भारत के कोच बने हैं तब से वही संयोजन मैच खेलने उतरता है जो अभ्यास के दौरान दिखाई देता है। कैनबरा में जब भारतीय टीम ने मैच के इतर जो अभ्यास किया था तब यशस्वी, केएल राहुल, शुभमन गिल और विराट कोहली के बाद रोहित बल्लेबाजी करने उतरे थे। adelaide test 2024
मंगलवार को रोहित और रिषभ टीम से आधे घंटे पहले पहुंचे और नेट पर जमकर गुलाबी गेंद से बल्लेबाजी का अभ्यास किया। जब बाकी टीम आ गई तो ये लोग भी सभी के साथ मुख्य मैदान पर वार्मअप और ड्रिलिंग करने गए। जब पूरी टीम दोबारा नेट पर आई तो चार अलग-अलग नेट पर यशस्वी, राहुल, गिल और विराट बल्लेबाजी करने उतरे। ऐसे में यह संभव है कि अगले मैच में यही भारत का बल्लेबाजी क्रम हो। adelaide test 2024
इसके बाद रोहित और रिषभ दोबारा बल्लेबाजी करने उतरे। ये दोनों पांचवें और छठे नंबर के बल्लेबाज के तौर पर एक दूसरे को सपोर्ट करेंगे। दोबारा पिता बनने के बाद आस्ट्रेलिया लौटे रोहित पिछले पांच सालों से टेस्ट में ओपनिंग ही कर रहे हैं। उन्होंने इस साल मार्च में धर्मशाला में शतक लगाया था लेकिन उसके बाद 10 पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक लगा पाए।
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