बीएनपी न्यूज डेस्क। वाराणसी में कदम रखते ही भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नागवार लगा। इससे भाजपा पर उनका हमलावर रूख और भी सख्त हो गया। रिंग रोड किनारे ऐढ़े गांव में गुरुवार को आयोजित समाजवादी पार्टी गठबंधन के कार्यकर्ता सम्मेलन में वह भाजपा पर जमकर बरसीं। खुद को देवी दुर्गा की पुजारी बताते हुए भाजपा को चेताया। कहा, भाजपा जान ले, मैं डरने वाली नहीं। चाहे काफिला रोक कर विरोध करो, लाठी-डंडा व गोली चलाओ लेकिन मैं झुकूंगी नहीं। अंतिम सांस तक लड़ती रहूंगी।
उन्होंने कहा कि विरोध का स्पष्ट संकेत है कि भाजपा हार रही है। उत्तर प्रदेश में सपा गठबंधन की सरकार बन रही। ऐसा हुआ तो वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भी गर्मी नहीं रहेगी। सरकार बदल जाएगी। कहा कि जब मैं गंगा आरती के लिए दशाश्वमेध घाट जा रही थी तो भाजपा के लोगों ने रास्ता रोक लिया। विरोध करने लगे। वाहन को धक्का दिया गया। वापस जाओ के नारे लगाए गए। गालियां दी गई। उन्होंने सोचा कि मैं डर जाऊंगी लेकिन मैं तो लड़ाकू हूं। लड़ते जीवन बीता है। मेरे पर लाठी-डंडा व गोली चलाई गई लेकिन मैं कभी नहीं झुकी। वाहन से मैं बाहर निकली और सड़क पर खड़ी हो गई। विरोध करने वालों की हिम्मत देख रही थी। मेरा शक सही निकला। भाजपा डरपोक है। समर्थक पीछे हट गए। मैंने सभी का धन्यवाद दिया। ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया कि मुझे श्रीराम से कोई आपत्ति नहीं, बशर्ते भाजपा सही नाम ले। सीता के बिना श्रीराम नाम अधूरा है। पूरा नाम सियाराम है। मैं देवी दुर्गा की पुजारी हूं जिनकी पूजा खुद श्रीराम किया करते थे। उन्होंने मंच से ही देवी मंत्रों का सस्वर पाठ भी किया।
उछाली गेंद, बोला-खेला होबे
ममता बनर्जी ने कहा कि जिस तरह पश्चिम बंगाल में खेला हुआ, वैसे ही पूर्वांचल में होना चाहिए। उन्होंने भीड़ की ओर एक खेला होबे, खदेड़ा होबे लिखी गेंद उछाली। वह कई हाथों में उछलती हुई पकड़ ली गई। कहा, ऐसे खेला होबे तो सत्ता परिवर्तन निश्चित है।
आदित्यनाथ योगी नहीं, भोगी
उन्होंने कहा आदित्यनाथ योगी नहीं भोगी हैं। संतों का अपमान कर रहे। माता-बहनों, किसानों, युवाओं का सम्मान नहीं करते। क्या मैं संकटमोचन, बाबा विश्वनाथ दरबार, बाबा काल भैरव, आजमगढ़, अयोध्या, गोरखपुर, मथुरा और लखीमपुर नहीं आ सकती। आप भी तो मेरे गंगा सागर आते हो। वहां तो लोगों को गाली नहीं मिलती। यूपी बिहार के कितने लोग बंगाल में रहते हैं, कितने अच्छे लोग हैं। कहा, कल जो मेरी बेइज्जती की गई, उसका जवाब मां-बहनें देंगी। बीजेपी ने जो पाप किया है, वह धुला नहीं जाएगा, वह भूला नहीं जाएगा। कल भाजपा के लोगों ने मेरे साथ जो किया उसका इंसाफ मुझे माताएं -बहनें दिलाएंगी। वक्त आ गया है। प्रदेश में भाजपा सरकार को हटा देना है। इसके लिए एक धक्का और देना होगा।
छात्रों को यूक्रेन से क्यों नहीं निकाला
ममता ने कहा कि यूक्रेन में युद्ध हो रहा है। सरकार प्रचार में व्यस्त है। वहां फंसे लोगों से कहा जा रहा है कि अपने आप वापस चले आओ। रुस के राष्ट्रपति को पीएम मोदी दोस्त कहते हैं। दोस्ती थी तो युद्ध होगा, पहले क्यों नहीं पता चला। तीन माह पहले ही छात्रों को क्यों नहीं निकाल लिए। उन्होंने कोरोना काल में गंगा में शवों का मुद्दा भी उठाया। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी, सुभासपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, सपा प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव, प्रसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव, राज्य सभा सदस्य जया बच्चन आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
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