BNP NEWS DESK। Terrorist Organization ISIS आतंकी संगठन आइएसआइएस से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार वाराणसी के मकबूल आलम रोड निवासी बासित कलाम सिद्दीकी को एनआइए की टीम ने गुरुवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय कुमार विश्वकर्मा की अदालत में पेश किया। एनआइए के निरीक्षक ने बासित कलाम सिद्दीकी को नई दिल्ली की अदालत में पेश करने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने की मांग की।
अदालत ने इसे स्वीकार करते हुए बासित कलाम सिद्दीकी को दो दिन के अंदर नई दिल्ली की संबंधित अदालत में पेश करने का आदेश दिया। ट्रांजिट रिमांड मंजूर होने के बाद बासित कलाम सिद्दीकी को लेकर एनआइए की टीम दिल्ली रवाना हो गई।
उधर, गिरफ्तारी के बाद बासित के तीन मंजिला मकान में सन्नाटा पसरा हुआ है। आसपास के लोग दबी जुबान से कह रहे थे इतना सरल स्वभाव के लड़के ने कैसे कट्टरपंथ का रास्ता चुन लिया।
लाकडाउन के वक्त आइएस की विचारधारा से था प्रभावित
इस्लामिक स्टेट के वायस आफ हिंद माड्यूल के लिए मुस्लिम युवाओं कट्टरपंथ के रास्ते ले जाने व भर्ती कराने के आरोप में एनआइए की टीम ने बासित को बुधवार की सुबह खजुरी मकबूल आलम रोड स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था। उसके हैचरी कारोबारी पिता व भाई से भी लालपुर पांडेयपुर थाने में पूछताछ करने के बाद दोनों को छोड़ दिया गया था।
उन्हें शहर छोडऩे से मना व जांच में सहयोग करने को कहा गया है। घर वाले उसकी पढ़ाई के लिए हर संभव सहयोग करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें क्या पता था कि पढ़ाई की आड़ में वह कट्टरपंथ के रास्ते पर चलने लगेगा।
पूछताछ में उसने एनआइए को कई अहम राज उगले। कोटा, राजस्थान में इंजीनियरिंग की तैयारी करते समय वर्ष 2020 में कोरौना महामारी के कारण लगे लाकडाउन के दौरान वह आइएस की विचारधारा से प्रभावित हुआ। आनलाइन उसने आइएस के बारे में तीन महीने तक अध्ययन किया। इसके बाद उससे जुडऩे का निर्णय लिया।
आतंकियों का समर्थन बनने के साथ वह इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस बनाने के लिए घातक रासायनिक पदार्थों के बारे में जानकारी जुटा रहा था। इस दौरान वह वहाबी आंदोलन से भी प्रभावित हुआ। वह खुद को अहले हदीस कहता था। एनआइए उससे पूर्वांचल के नेटवर्क को खंगाल रही है।
ऐसे पहुंची बासित के करीब पहुंची एनआइए
एनआइए ने 29 जून 2021 को एक मुकदमा दर्ज कराया था। उसी दौरान जांच में समाने आया था कि बासित कलाम सिद्दीकी देश में आइएस की ओर से कट्टरपंथी युवाओं की भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल था। वायस आफ हिंद पत्रिका का भंडाफोड़ होने के बाद एक नई आनलाइन पत्रिका वायस आफ खुरासान के जरिए आइएस के प्रचार को बढ़ावा दिया जाने लगा था। देश में गजवा – ए – हिंद की अवधारणा को भी इस पत्रिका के सहारे बढ़ावा दिया जाता है।
The Review
Terrorist Organization ISIS
Terrorist Organization ISIS आतंकी संगठन आइएसआइएस से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार वाराणसी के मकबूल आलम रोड निवासी बासित कलाम सिद्दीकी को एनआइए की टीम ने गुरुवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय कुमार विश्वकर्मा की अदालत में पेश किया।
Discussion about this post