BNP NEWS DESK। Cultural Festival Competition काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 3 से 25 दिसम्बर तक वाराणसी संसदीय क्षेत्र में आयोजित की गयी। काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में पंजीकरण हेतु एक पोर्टल की व्यवस्था की गयी, जिस पर कुल 44114 व्यक्तियों द्वारा ऑनलाइन पंजीकरण किया गया। चारों विधाओं हेतु 10-18 वर्ष के 35577, 18-40 वर्ष के 7639, 40 वर्ष से अधिक के 2818 एवं विश्वविद्यालय स्तर पर 80 व्यक्तियों द्वारा पंजीकरण किया गया।
काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव कार्यक्रम तीन चरणों में क्रमशः ग्रामीण क्षेत्र में न्याय पंचायत स्तर, विकास खण्ड स्तर एवं नगरीय क्षेत्र में जोनल स्तर पर प्रतियोगिताए आयोजित की गयी। विकास खण्ड एवं जोनल स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेता द्वारा जिला स्तर आयोजित फाइनल प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया। काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का न्याय पंचायत स्तर पर 3-5 दिसम्बर, विकास खण्ड स्तर पर 13-16 दिसम्बर, जोनल स्तर पर 3-9 दिसम्बर एवं जनपद स्तर पर 23-25 दिसम्बर, 2024 को आयोजन किया गया। काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में गायन, वादन, नृत्य एवं नुक्कड नाटक के विभिन्न विधाओं में 3 आयु वर्ग क्रमशः 10 से 18, 18 से 40 एवं 40 वर्ष अधिक के प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में 4 मुख्य विधाओं कि 17 उप विधाओं जैसे-लोक गायन, शास्त्रीय गायन, कथक, भरतनाट्यम, सितार, वायलिन, तबला आदि में प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रतियोगिता कुल 22 दिनों तक 68 स्थानों पर आयोजित की गयी, जिसमें कुल 39712 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। गायन में 16291, वादन में 3634, नृत्य में 17488 एवं नुक्कड़ नाटक में 2299 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। विभिन्न विधाओ में कुल 7836 व्यक्ति प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे।
बताते चलें कि भारत की सांस्कृतिक राजधानी काशी, संगीत की सभी विधाओं यथा–गायन, वादन, नृत्य, रंग-कर्म से परिपूर्ण है। यहां के महान संगीतकारों ने अपनी कला से पूरी दूनिया में भारतीय संस्कृति का श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। काशी के अनेक संगीतकार भारतरत्न एवं पद्म विभूषण, पद्म भूषण एवं पद्मश्री तथा संगीत अन्य राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान, पुरस्कार से विभूषित है। काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य हैं कि इसके माध्यम से जनपद के सभी कलाकारों को मंचीय अवसर प्रदान करने के साथ ही काशी की समृद्व सांस्कृतिक परम्पराओं का प्रदर्शन, संरक्षण एवं प्रसार करना है।
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