बीएनपी न्यूज डेस्क। Commonwealth Games इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई से होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के 215 खिलाड़ी भाग लेंगे। 1930 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट में भारत अब तक 17 बार भाग ले चुका है। उसने चार बार हिस्सा नहीं लिया। भारतीय खिलाड़ी 1930, 1950, 1962 और 1986 राष्ट्रमंडल खेलों में नहीं उतरे थे।
1934 में पहली बार भारतीय खिलाड़ियों ने जब भाग लिया था तब इसे ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता है। आइए जानते हैं कि अब तक भारत का प्रदर्शन कैसा रहा है।
आजादी के बाद पहली बार भारत ने 1954 में राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लिया था। 1966 में पहली बार पदकों की संख्या ने 10 को पार किया। 1966 राष्ट्रमंडल खेलों के बाद भारत ने रफ्तार पकड़ ली। उसके बाद पदकों की संख्या लगातार बढ़ती रही। 2010 में अपनी मेजबानी में भारत ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
लंदन 1934: भारतीय खिलाड़ी पहली बार टूर्नामेंट में उतरे। छह एथलीटों ने 10 ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स और एक कुश्ती स्पर्धा में भाग लिया। भारत ने तब अपना पहला पदक जीता था। उसे पुरुषों की 74 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में राशिद अनवर ने रजत पदक दिलाया था। वह राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं।
सिडनी 1938: भारत ने मुख्य रूप से साइकिलिंग में हिस्सा लिया था, लेकिन एक भी पदक नहीं मिला।
वैंकूवर 1954: भारत 1947 में आजाद होने के बाद पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में उतरा। उसने 1950 ऑकलैंड राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था। 1954 में भारत के एथलीटों ने कुछ खेलों में हिस्सा लिया, लेकिन एक भी पदक नहीं जीत पाए।
कार्डिफ 1958: भारत को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक मिला। महान धावक मिल्खा सिंह राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम करने वाले पहले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। उन्होंने पुरुषों की 440 यार्ड स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया।
कुश्ती में पहलवान लीला राम ने पुरुषों की 100 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में भारत को स्वर्ण दिलाया। इस साल पहली बार भारतीय महिला एथलीट राष्ट्रमंडल खेलों में उतरीं। ट्रैक एंड फील्ड एथलीट स्टेफनी डिसूजा और एलिजाबेथ डेवनपोर्ट ने हिस्सा लिया था। कुश्ती में लक्ष्मीकांत पांडेय ने रजत पदक अपने नाम किया था।
किंग्सटन, जमैका 1966: भारत ने 1962 पर्थ राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा नहीं लिया था। 1966 में भारत को तीन स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य मिला। इस तरह भारत ने 10 पदक अपने नाम किए। यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। भारत की तीनों स्वर्ण कुश्ती में मिले। दो रजत और दो कांस्य भी इसी खेल से आए। मोहन घोष वेटलिफ्टिंग और दिनेश खन्ना बैडमिंटन में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। दोनों ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।
दिल्ली 2010: भारत को पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का मौका मिला। भारत इस बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उसने 101 पदक अपने नाम किए। इनमें 38 स्वर्ण, 27 रजत और 36 कांस्य पदक थे। भारत ऐसा प्रदर्शन फिर दोहरा नहीं पाया।
किस खेल में भारत के कितने पदक
खेल स्वर्ण रजत कांस्य कुल
शूटिंग 63 44 28 135
वेटलिफ्टिंग43 48 34 125
कुश्ती 43 37 22 102
बॉक्सिंग 8 12 17 37
बैडमिंटन 7 7 11 25
टेबल टेनिस 6 4 10 20
एथलेटिस्ट 5 10 13 28
तीरंदाजी 3 1 4 8
हॉकी 1 3 0 4
स्क्वाश 1 2 0 3
टेनिस 1 1 2 4
जूडो 0 3 5 8
जिम्नास्टिक 0 1 2 3
स्वीमिंग 0 0 1 1
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