BNP NEWS DESK। Delhi elections 2025लोकसभा चुनाव में मिले झटके के बाद हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली की हैट्रिक ने भाजपा में जोश भर दिया है। इस हैट्रिक से भाजपा आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल दलों को आने वाले विधानसभा चुनाव में चुनौती देने के लिए तैयार है। तीन राज्यों में जीत ने भाजपा को इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा और अगले साल की शुरुआत में होने वाले असम, पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव में सरकार बचाने के साथ ही अगले साल बंगाल, तमिलनाडु और केरल में विपक्ष के सामने मजबूत चुनौती देने के लिए जोश से भर दिया है।
Delhi elections 2025 दिल्ली में विपक्षी गठबंधन की हम सहयोगी आम आदमी पार्टी को 12 साल बाद सत्ता से बेदखल करने से उत्साहित भाजपा खासकर बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और तमिलनाडु में डीएमके को सत्ता से बाहर करने की रणनीति पर काम शुरू कर सकती है।
2021 के विधानसभा चुनाव में बंगाल में भले ही तृणमूल कांग्रेस को 213 और भाजपा को 77 सीटें मिली हों, लेकिन भाजपा ने 38.5 प्रतिशत मत प्रतिशत हासिल कर अपनी दमदार उपस्थिति को दर्ज करा दिया था।
तृणमूल कांग्रेस को भाजपा से 10 प्रतिशत अधिक 48.5 प्रतिशत वोट मिले
तृणमूल कांग्रेस को भाजपा से 10 प्रतिशत अधिक 48.5 प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन, 2016 के 10.3 मत प्रतिशत और तीन सीटों से तुलना करें तो भाजपा की लंबी छलांग का अंदाजा लगाया जा सकता है। भाजपा अप्रैल 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव में निश्चित रूप से मत प्रतिशत और सीटों दोनों में तृणमूल कांग्रेस से आगे निकलने की कोशिश करेगी।
तमिलनाडु में भाजपा अपने पुराने सहयोगी एआइडीएमके का साथ छोड़ने का परिणाम लोकसभा चुनाव में देख चुकी है। तमिलनाडु भाजपा के शीर्ष नेता समेत केंद्रीय नेतृत्व भी विधानसभा चुनाव के पहले एआइडीएमके के फिर से राजग में आने को लेकर सकारात्मक संकेत दे रहा है। Delhi elections 2025
एआइएडीएमके के राजग में लौटने की स्थिति में तमिलनाडु में डीएमके गठबंधन को मजबूत चुनौती मिल सकती है। केरल में आइएनडीआइए के दो घटक दल कांग्रेस और सीपीएम आमने-सामने हैं। उनकी आपस की लड़ाई में भाजपा लोकसभा चुनाव में पहली बार एक सीट के साथ खाता खोलने में सफल रही थी।
असम में भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त
केरल में भाजपा फिलहाल मत प्रतिशत बढ़ाने के साथ ही विधानसभा में उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश करेगी। वहीं जदयू, लोजपा और हम के साथ मजबूत गठबंधन के साथ भाजपा वैसे भी बिहार में स्वयं को मजबूत स्थिति में मान रही है। वहीं, असम में भाजपा तीसरी बार सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त दिख रही है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली जीत ने निश्चित रूप से भाजपा कार्यकर्ता में जोश भर दिया है, जो लोकसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता न मिलने से बैकफुट पर नजर आ रहे थे। लोकसभा चुनाव में बिहार में राजग ने 40 में से 30 सीटें और असम में 14 में से 11 सीटें जीत कर साबित कर दिया था कि जनता के बीच उसकी लोकप्रियता बरकरार है।
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