BNP NEWS DESK। Mahashivratri 2025 महाशिवरात्रि के पर्व का दिन ही ऐसा होता है जब बाबा विश्वनाथ का दरबार पूरी रात खुलता है। 26 फरवरी की भोर में जब मंदिर खुलेगा तो रात में विवाह रस्म के प्रतीक स्वरूप चार पहर की आरती होगी। मंदिर के पट अगले दिन रात में शयन आरती के साथ ही बंद होंगे। बाबा पूरी रात भक्तों को दर्शन देंगे। हालांकि वर्ष के आरंभ से ही सभी तरह के पास, प्रोटोकाल, सुगम दर्शन की सुविधा पर लगी रोक 28 फरवरी तक यथावत जारी रहेगी।
महाकुंभ की अवधि में 45 दिनों तक बाबा विश्वनाथ की पांच प्रहर की आरती व भोग के समय में परिवर्तन किया गया
Mahashivratri 2025 महाकुंभ की अवधि में 45 दिनों तक बाबा विश्वनाथ की पांच प्रहर की आरती व भोग के समय में परिवर्तन किया गया है। सोमवार, पूर्णिमा व महाशिवरात्रि को छोड़कर ब्रह्म मुहुर्त में होने वाली मंगला आरती का समय 15 मिनट तो रात्रि में होने वाली शयन आरती का समय आधे घंटे पूर्व कर दिया गया है।
इन दिनों वैसे ही भक्तों की भारी भीड़ के चलते मंदिर के कपाट रात के एक बजे तक दर्शनार्थ खुले रखे जा रहे हैं।
बाबा की भोग आरती की समय सारणी में परिवर्तन
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने महाकुंभ के आरंभ होते ही दर्शनार्थियों की भारी भीड़ को देखते हुए बाबा की भोग आरती की समय सारणी में परिवर्तन कर दिया था। बदले समय के अनुसार 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच सोमवार, पूर्णिमा व महाशविरात्रि को छोड़कर अन्य सभी अतिरिक्त दिनों में बाबा की मंगला आरती भाेर में 2:45 बजे, मध्याह्न भोग आरती 11:35 बजे, सप्तऋषि आरती सायं सात बजे, श्रृंगार भोग आरती रात 8:45 बजे तथा शयन आरती रात 10:30 बजे की जा रही है।
इस अवधि में पड़ने वाले सोमवारों को मंगला आरती व मध्याह्न भोग आरती का समय ताे वही रखा गया है लेकिन श्रृंगार भोग आरती 15 मिनट विलंब से रात नौ बजे व शयन आरती 10:45 बजे कर दिया गया है। पूर्णिमा के दिन 12 फरवरी को मंगला आरती व मध्याह्न भोग आरती तो सामान्य दिनों के समयानुसार ही होगी लेकिन सप्तऋषि आरती व श्रृंगार भोग आरती 45 मिनट पूर्व क्रमश: सायं 6:15 बजे, व रात आठ बजे होंगी जबकि शयन आरती इस अवधि के सामान्य दिनों की तरह रात 10:30 बजे ही करने का निर्णय लिया गया था।
सप्तऋषि आरती, श्रृंगार भोग आरती व शयन आरती स्थगित रहेंगे
महाशिवरात्रि के दिन मंगला आरती इस अवधि के अन्य दिनों की अपेक्षा आधा घंटा पूर्व यानी 2:15 बजे रात में ही होगी, जबकि मध्याह्न भोग आरती 11:35 बजे होगी।
उस दिन सप्तऋषि आरती, श्रृंगार भोग आरती व शयन आरती स्थगित रहेंगे। महाशिवरात्रि की रात्रि में मंदिर का कपाट बंद नहीं होगा तथा रात्रि 11 बजे से अगले दिन प्रात: 6:30 बजे तक चार पहर की आरती होगी। महाशिवरात्रि के अगले दिन प्रात: मंगला आरती नहीं होगी।
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