बीएनपी न्यूज डेस्क। Delhi assembly session भाजपा ने ‘आप’ को उन लोगों के नाम का खुलासा करने की चुनौती दी है, जिन्होंने पार्टी बदलने की पेशकश के साथ उसके विधायकों से कथित रूप से संपर्क किया है। इस बीच गुरुवार को दिन में मुख्यमंत्री आवास में बुलाई गई इस मीटिंग में पार्टी के 12 विधायक नहीं पहुंचे हैं। पार्टी हाईकमान का उनसे संपर्क भी नहीं हो पा रहा है।
दिल्ली में शराब नीति को लेकर ‘आप बनाम भाजपा’ लड़ाई और तेज हो गई है। इस लड़ाई की अगली रणनीति तय करने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को विधायक दल की बैठक बुलाई। इसमें विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त की कोशिशों पर चर्चा हुई। लेकिन इस बीच कुछ विधायक गायब हो गए हैं।
Delhi assembly session सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री आवास में बुलाई गई इस मीटिंग में 12 विधायक नहीं पहुंचे हैं। पार्टी हाईकमान का उनसे संपर्क भी नहीं हो पा रहा है। इससे पहले बुधवार को केजरीवाल ने आप के पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक बुलाई थी। इसमें सरकार गिरने की कोशिश को लेकर चर्चा की गई थी। साथ ही मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई की रेड की निंदा की गई थी।
आम आदमी पार्टी के 62 और भाजपा के 8 विधायक
मीटिंग मे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और विधानसभा में डिप्टी स्पीकर रामनिवास गोयल समेत 9 विधायक नहीं पहुंचे। सिसोदिया हिमाचल प्रदेश गए हैं। मीटिंग के बाद केजरीवाल ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा उनके 40 विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। 20-20 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है। यानी भाजपा 800 करोड़ रुपए खर्च कर दिल्ली सरकार गिराना चाहती है। बता दें कि 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में आप के 62 और भाजपा के 8 विधायक हैं। हालांकि बैठक के बाद आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने साफ कहा कि दिल्ली सरकार को कोई खतरा नहीं है।
नरेंद्र मोदी पर दिल्ली सरकार को गिराने की साजिश करने का आरोप
राजनीतिक खींचतान के बीच आम आदमी पार्टी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिल्ली सरकार को गिराने की साजिश करने का आरोप लगाया था। आप नेताओं ने दावा किया कि भाजपा ने उसके 4 विधायकों से पार्टी बदलने के लिए 20 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था। साथ ही कहा गया था कि अगर ऐसा नहीं किया, तो सीबीआई और ईडी का सामना करना पड़ेगा।
इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा था कि आप अपने विधायकों से संपर्क करने वालों के नामों का खुलासा करे। अरविंद केजरीवाल भी कह चुके हैं कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है।
उधर, कांग्रेस ने भी दिल्ली की आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के लिए आप सरकार की आलोचना करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भ्रष्टाचार के लिए नई कैटेगरी है, तो दोनों को भारत रत्न मिलना चाहिए।
आप ने दिल्ली के लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार स्थिर है। उनका कोई भी विधायक भाजपा में शामिल नहीं होगा। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था किउनकी पार्टी के विधायकों अजय दत्त, संजीव झा, सोमनाथ भारती और कुलदीप कुमार से भाजपा द्वारा संपर्क किए जाने के बाद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी और भाजपा के बीच एक नया आमना-सामना शुरू हो गया है।
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