बीएनपी न्यूज डेस्क। small saving schemes सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में सितंबर तिमाही में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उम्मीद की जा रही थी कि सरकारी बॉन्ड्स पर यील्ड में तेजी से पीपीएफ सुकन्या समृद्धि योजना तथा सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम की ब्याज दरों में इजाफा किया जा सकता है। लेकिन सरकार ने इसे जून तिमाही के स्तर पर यथावत रखा है। अभी पीपीएफ पर 7.10 फीसदी, सुकन्या समृद्धि योजना में 7.60 फीसदी और सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम पर 7.40 फीसदी ब्याज मिल रहा है।
छोटी बचत योजनाओं से जुड़ी एक जरूरी खबर है. सरकार ने 1 जुलाई-30 सितंबर की तिमाही के लिए इन योजनाओं पर ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। यानी पहले से चली आ रही ब्याज दरें आगे तीन महीने तक लागू रहेंगी। इसी के साथ बता दें, छोटी बचत योजनाओं पर पिछले नौ तिमाहियों यानी 27 महीने से कोई बदलाव नहीं हुआ है. छोटी बचत योजनाओं में सुकन्या समृद्धि योजना, सीनियर सिटीजन स्कीम, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट्स आदि आते हैं।
वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ इकनॉमिक अफेयर्स ने एक ऑफिस मेमोरेंडम में बताया कि एक जुलाई से 30 सितंबर तक की तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को यथावत रखा गया है। ये दरें पहली तिमाही के अनुरूप रहेंगी। उम्मीद की जा रही थी कि इस बार डाकघर योजनाओं पर निवेशकों को ज्यादा ब्याज मिल सकता है। इसकी वजह यह मानी जा रही थी कि पिछले एक साल में सरकारी बॉन्ड्स पर यील्ड में तेजी आई है। इससे बॉन्ड्स से जुड़ी योजनाओं पर ब्याज दर में बढ़ोतरी की उम्मीद जगी थी।
माना जा रहा था कि गोपीनाथ कमेटी के 2011 में दिए गए फॉर्मूले के मुताबिक छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज की दर 25 से 100 बेसिस पॉइंट्स तक बढ़ सकती है। इसकी वजह यह है कि पिछले एक साल में बेंचमार्क 10 ईयर बॉन्ड पर यील्ड 140 बेसिस पॉइंट बढ़ चुका है। इस दौरान यह 6.04 फीसदी से बढ़कर 7.46 फीसदी पहुंच चुकी है। अप्रैल-जून तिमाही में इसका औसत 7.31 फीसदी रहा है। अगर इस फॉर्मूले को लागू किया जाता तो पीपीएफ का रेट 7.81 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर आठ फीसदी से ऊपर जा सकता था।
हालांकि हर बार इस फॉर्मूले को नहीं अपनाया गया है। जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में एवरेज 10 ईयर बॉन्ड यील्ड छह फीसदी से कम था। इसका मतलब है कि पीपीएफ रेट 6.25 फीसदी होना चाहिए था जबकि सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम का रेट 6.75 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए था। इसके मुताबिक मार्च 2021 में ब्याज दरों में कटौती की गई। पीपीएफ रेट 6.4 फीसदी, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम का रेट 6.5 फीसदी और सुकन्या समृद्धि योजना का ब्याज दर घटाकर 6.7 फीसदी कर दिया गया। लेकिन इस पर काफी हंगामा हुआ और सरकार को इस कटौती को वापस लेना पड़ा। उसके बाद से छोटी बचत योजनाओं के इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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