बीएनपी न्यूज डेस्क। Murder In Udaipur राजस्थान के उदयपुर में 10 दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले युवक का तालिबानी तरीके से मर्डर कर दिया गया। 2 हमलावर मंगलवार को दिनदहाड़े उसकी दुकान में घुसे। तलवार से कई वार किए और उसका गला काट दिया। इस पूरे हमले का वीडियो भी बनाया। इतना ही नहीं, आरोपियों ने घटना के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेदारी भी ली है।
मंगलवार को दोपहर में उदयपुर में टेलर का काम करने वाले एक युवक की उसकी दुकान में घुसकर हत्या कर दी गई। युवक ने कुछ दिन पहले नूपुर शर्मा के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड की थी। पोस्ट करने के बाद से ही उसे लगातार धमकियां मिल रही थी। युवक ने इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। मंगलवार को बाइक से आए 2 युवक उदयपुर के भूत महल के पास सुप्रीम टेलर नाम की दुकान में घुसे। कन्हैया लाल तेली (39) उस समय दुकान पर था। कपड़े का नाम लेने के लिए दोनों ने कन्हैया से कहा। उसने एक का नाप लेना स्टार्ट कर दिया। कन्हैयालाल नाप ले ही रहा था कि अचानक दोनों ने उसपर धारदार हथियार से हमला बोल दिया। हत्यारों ने कन्हैया पर कई वार किए। मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। दुकान में लगे सीसीटीवी में यह वीभत्स मर्डर कैद हो गया।
Murder In Udaipur उदयपुर के 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। इसमें धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, भुपालपुरा और सवीना थाना क्षेत्र शामिल हैं। साथ ही, पूरे राजस्थान में धारा 144 लागू कर दिया गया है। आरोपियों ने वीडियो के माध्यम से PM नरेंद्र मोदी तक को धमकी दे डाली है। दोनों आरोपी रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस को राजसमंद के भीम से शाम 7 बजे गिरफ्तार किया गया है। दोनों उदयपुर के सूरजपोल क्षेत्र के निवासी हैं।
10 दिन पहले कन्हैया लाल ने बीजेपी से निष्कासित हुई नूपुर शर्मा के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर वायरल की। इसके बाद से समुदाय विशेष के लोग उसे धमकी दे रहे थे। वह बुरी तरह से परेशान हो गया और कई दिनों से अपनी दुकान भी नहीं खोली थी। कन्हैया लाल ने कुछ युवकों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट भी दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। शहर के मुख्य बाजारों को बंद कर दिया गया है। बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है।
राजस्थान की सियासत में हड़कंप
सूचना मिलते ही उदयपुर पुलिस का भारी जाब्ता मौके पर पहुंचा। साथ ही एफएसएल टीम ने भी मौके से सबूत जुटाए। घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मच चुकी है। विपक्ष के नेता इस मामले को लेकर सरकार को घिरे हुए हैं।
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