बीएनपी न्यूज डेस्क। विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की दो सीटों पर सपा प्रत्याशियों ने गाजीपुर व मीरजापुर-सोनभद्र सीट पर अपना पर्चा वापस ले लिया। इससे दोनो सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों का निर्विरोध चयन सुनिश्चित हो गया है।
गाजीपुर में सपा से एमएलसी प्रत्याशी भोलानाथ शुक्ला ने नामांकन का पर्चा वापस लिया। निर्वाचन कार्यालय से भाजपा प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल और सपा के भोलानाथ शुक्ला एक ही गाड़ी में बैठ कर निकले। सपा का आरोप, सरकार के दबाव में सपा प्रत्याशी ने वापस लिया पर्चा। भोलानाथ शुक्ला का मोबाइल फोन कल से ही बंद था। पर्चा वापस लेने की सपा नेताओं को नहीं दी थी कोई सूचना।
उधर, मीरजापुर-सोनभद्र सीट पर सपा के एमएलसी प्रत्याशी रमेश यादव ने अपना पर्चा लिया वापस। रिटर्निंग अफसर/जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार को नाम वापसी का प्रपत्र दिया। भाजपा प्रत्याशी विनीत सिंह के निर्विरोध चुना जाना सुनिश्चित हो गया है। अब वह अकेले दावेदार बचे हैं।
- वर्ष 2010 में पहली बार बसपा से एमएलसी चुने गए विनीत सिंह
बसपा से अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वाले विनीत सिंह पहली बार वर्ष 2010 में बसपा सीट से एमएलसी चुने गए थे। उनकी पत्नी प्रमिला सिंह दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। पूर्व एमएलसी व भाजपा प्रत्याशी श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह ने वर्ष 2010 में मीरजापुर प्राधिकारी निर्वाचन सीट से जीत हासिल की थी। जीत के बाद विनीत सिंह मीरजापुर से ही 2010 और 2015 में दो दफा अपनी पत्नी और एक बार अपने करीबी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में कामयाब रहे। विंध्याचल मंडल के मीरजापुर और सोनभद्र में उनका जलवा पिछले साल हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भी कायम रहा। विनीत सिंह ने न केवल मीरजापुर बल्कि वाराणसी के पंचायत चुनाव में भी अपनी ताकत का अहसास कराया था जब चोलापुर ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर अपने पसंदीदा को जीत दिलाई। पूर्व एमएलसी और भाजपा नेता विनीत सिंह का क्षत्रियों में अच्छा खासा प्रभाव है। वाराणसी, चंदौली, मीरजापुर समेत कई जिलों में उनका अच्छा खासा प्रभाव भी है।
- अब मैदान में भाजपा प्रत्याशी के सामने बचे हैं निर्दलीय मदन सिंह यादव
गाजीपुर में एमएलसी चुनाव में जिले में बुधवार को बड़ा उलटफेर हो गया। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पंडित भोलानाथ शुक्ल और निर्दल प्रत्याशी देवेंद्र सिंह ने अपना पर्चा वापस ले लिया। पर्चा वापसी के बाद भोलानाथ शुक्ल भाजपा प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल के साथ एक ही वाहन में निर्वाचन कार्यालय से बाहर निकले। सपा का आरोप है कि सरकार के दबाव में उनके प्रत्याशी ने पर्चा वापस लिया है। देवेंद्र सिंह विशाल सिंह चंचल के पिता हैं।
अब इस चुनावी मैदान में भाजपा प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मदन सिंह यादव आमने-सामने हैं। हालांकि सपा प्रत्याशी द्वारा नाम वापसी के बाद अब भाजपा प्रत्याशी के जीत का रास्ता अब लगभग तरह से साफ नजर आ रहा है। बीते 21 मार्च के भाजपा प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल, सपा प्रत्याशी पंडित भोलानाथ शुक्ल के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी मदन सिंह यादव और देवेंद्र ने राइफल क्लब सभागार में नामांकन किया था।
बीते मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच में सभी पर्चे वैध पाए गए थे। सपा द्वारा भोलानाथ शुक्ला को एमएलसी प्रत्याशी बनाए जाने के बाद जिले में सियासी पारा चढ़ गया था। पिछले विधानसभा चुनाव में सातों सीटें हारने के बाद भाजपा दबाव में है और एमएलसी सीट हर हाल जीतना चाहती है। इसकी पूरी तैयारी भी थी, लेकिन ऐन मौके पर सपा ने भी अपनी तरफ से दमदार प्रत्याशी देकर चुनाव को रोमांचक बना दिया था। अब सपा प्रत्याशी के पर्चा वापस लेने के बाद चंचल का मैदान साफ नजर आ रहा है। एआरओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि दो लोगों ने पर्चा वापस लिया है। अब भाजपा प्रत्याशी विशाल सिंह चंचल व निर्दल प्रत्याशी मदन सिंह यादव मैदान में हैं।
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