BNP NEWS DESK। Devkinandan Thakur बांग्लादेश में यदि हिंदुओ पर हो रहा अत्याचार नहीं रुका तो हमें बांग्लादेश का पूर्ण बहिष्कार करना होगा। यह आह्वान किया ख्यात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने। वह शुक्रवार को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षा प्रांगण में चल रहे श्रीसिय-पिय मिलन महामहोत्सव के मंच से भागवत कथा सुना रहे थे। इसी क्रम में सनातन बोर्ड की अपनी मांग को लेकर कहा कि इसके संचालन के लिए किसी प्रकार के संशय में रहने की आवश्यकता नहीं है, सनातन बोर्ड का संचालन सर्वोच्च धर्मगुरु शंकराचार्य करेंगे। इसमें किसी सरकारी अधिकारी का हस्तक्षेप नहीं होगा।
Devkinandan Thakur ब्रह्मलीन संत श्रीनारायण दास भक्तमाली (बक्सर वाले मामाजी) की सद्प्रेरणा से आयोजित इस महामहोत्सव में छठें दिन कथा रसपान कराते हुए उन्होंने कहा कि इस सृष्टि का सबसे बड़ा शत्रु काम है, भगवान ने गोपियों संग रासलीला रचाकर कामदेव के अहम का मर्दन किया। रास पंचाध्यायी की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि कभी किसी चीज का अभिमान नहीं करना चाहिए, चाहे वह पद हो या प्रतिष्ठा, स्वास्थ्य हो या सौंदर्य, धन हो या परिवार। भगवान की लीला हमें बताती है कि जिसने भी अहम रखा, भगवान उनसे दूर हो जाएंगे। जब तक मन से अहम का भाव नष्ट नहीं होगा, भगवान का सानिध्य मिलना असंभव है।
बक्सर वाले मामाजी के नाम से ख्यात नारायण दास भक्तमाली का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि बाल्यावस्था में वह मामाजी की लीला में लक्ष्मणजी की भूमिका करते रहे, इस कारण मामाजी उन्हें स्नेह से कभी छोटे सरकार तो कभी जीजाजी कहकर पुकारते थे। आज जब लीला में विवाह प्रसंग देखा तो वही स्मृतियां फिर से जाग्रत हो गयी। Devkinandan Thakur
रासपंचाध्यायी की लीला निष्काम भक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण : रमेश भाई ओझा
प्रख्यात आध्यात्मिक संत रमेश भाई ओझा ‘भाईश्री’ भी शुक्रवार को आयोजन में शामिल हुए। विवाह झांकी का दर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि बक्सर वाले मामाजी का परिवार आज भी उसी परंपरा का निर्वहन करते हुए महोत्सव आयोजित कर रहा है। उन्होंने कहा कि भागवत में उल्लिखित रासपंचाध्यायी की लीला निष्काम भक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण है। इस मौके पर शहर दक्षिणी विधायक नीलकंठ तिवारी, मुख्य संकल्पी सिया दीदी, अशोक अग्रवाल ‘गुरुकृपा’, राधे गोविंद केजरीवाल, रामअवतार अग्रवाल, सुषमा सेठ, जयशंकर शर्मा, अशोक मिश्रा आदि थे।
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