बीएनपी न्यूज डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी आगमन की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं। प्रधानमंत्री काशी में दो दिन 13 व 14 दिसंबर तक रहेंगे। इस दौरान वह काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के लोकार्पण सहित अन्य योजनाओं का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री के आगमन पर प्रशासन व समस्त विभाग अपनी जिम्मेदारियों को मूर्त रूप दे रहे हैं। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में जनपद के निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम आदि के प्रबंधकों व संचालकों के साथ चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं में आवश्यक सहयोग प्रदान कराने के लिए बैठक की गई। प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल सिंह की अध्यक्षता में हुयी बैठक के दौरान सभी चिकित्सालयों प्रबन्धकों व संचालकों से सहयोग के लिए कहा गया।
प्रभारी सीएमओ ने बताया कि 13 व 14 दिसंबर को प्रधानमंत्री के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल सहित अन्य राज्यों की राज्यपाल को मिलाकर लगभग 25 प्रमुख व्यक्ति एवं अन्य उच्चाधिकारी आ रहे हैं। इस दौरान उनके जिले में भ्रमण के लिए कम से कम एक-एक एंबुलेंस, दो डॉक्टर व सहयोगी स्टाफ की आवश्यकता होगी। उन्होने सभी प्रबन्धकों व संचालकों से अनुरोध किया कि इन दोनों दिनों प्रत्येक हॉस्पिटल से एक-एक एंबुलेंस तैनात की जाएगी। इसके साथ ही एंबुलेंस में दो एमबीबीएस डॉक्टर व एक पैरा मेडिकल स्टाफ की टीम रहना बेहद जरूरी है। एंबुलेंस ऑक्सीज़न सिलेन्डर युक्त, आपातकालीन सुविधाएं व दवा की उपलब्धता होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त समस्त निजी चिकित्सालय 10 फीसदी बेड वीवीआईपी के लिए आरक्षित रखें, जिससे आपातकालीन स्थिति में उनका शीघ्र-अतिशीघ्र उपयोग किया जा सके। समस्त निजी चिकित्सालयों में ऑक्सीज़न की उपलब्धता व अन्य आवश्यक चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता आवश्यक रूप से होनी चाहिए।
डॉ राहुल सिंह ने कहा कि समस्त निजी चिकित्सालय एक-एक एंबुलेंस 11 दिसंबर तक पूर्ण रूप से सुसज्जित कर रखें। इन दोनों दिनों में भ्रमण के समय डॉक्टर व समस्त टीम आईडी कार्ड, ड्यूटी पास व आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट अपने साथ में रखें। उन्होने अपील की है कि यह वाराणसी के लिए बहुत ही शुभ अवसर है जहां हम प्रधानमंत्री के आगमन पर प्रमुख व्यक्तियों एवं जन सामान्य को बेहतर सेवाएँ दे सकें। इस कार्यक्रम को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए इसमें शत-प्रतिशत सहयोग करें।
इस दौरान एसीएमओ डॉ एके मौर्या, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी हरिवंश यादव, सहायक मलेरिया अधिकारी केके राय, स्टेनो संजय साहू उपस्थित रहे।
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