BNP NEWS DESK। Kashi MP Cultural Festival प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान शनिवार को सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में प्रदेशवासियों को बहुत बड़ी सौगात दी। उन्होंने गरीब निर्माण श्रमिक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए रू0 1115.37 करोड़ लागत की प्रदेश के सोलह मण्डल स्तरीय अटल आवासीय विद्यालयों का बटन दबाकर लोकार्पण किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम में लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि काशी और संस्कृति को अलग नहीं कह सकते। काशी की गली-गली में संगीत है। कई घराने हैं। संगीत की समृद्ध विरासत है। उन्होंने काशी की रामलीला, नागनत्थैया मेला, देवदीपावली और संकट मोचन संगीत समारोह का जिक्र कर संगीत की बखान करते हुए कहा कि काशी में तबला है, तो सितार भी है।
शहनाई है तो मृदंग और वीणा भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव की तरह काशी सांसद खेल महोत्सव हो रहा है। आने वाले दिनों में काशी सांसद ज्ञान महोत्सव का आयोजन होगा। साथ ही कहा कि काशी सांसद टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि 2014 में जब काशी आया था, तो मैंने जिस काशी की कल्पना की थी,
विकास और विरासत का वो सपना अब धीरे-धीरे साकार हो रहा है। बनारस के लोगों के प्रयास से यह सब कुछ हुआ है। उन्होंने काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का जिक्र कर प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया। कहा कि इस महोत्सव से पता चला कि मेरी काशी और आसपास के जिले में कितनी प्रतिभा है। आने वाले दिनों में काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव एक ऊंचाई पर पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि काशी नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। जी-20 के सफल आयोजन से भारत ने नये झंडे गाड़े, जिसमें काशी की अपनी विशेषता है। यहां जो भी अतिथि आया यहां के सेवा, यहां के सत्कार, काशी के संगीत सभी से अभिभूत होकर गया। उन्होंने जी-20 के अद्भूत सफलता को महादेव को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि काशी विकास के नये आयाम गढ रही है, जो अभूतपूर्व है।
जिसको सभी लोग देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज बनारस के गंजारी में हुए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के शिलान्यास को काशी के भविष्य के लिए अद्भुत बताया तथा श्रमिकों के बच्चों हेतु उद्घाटित अटल आवासीय विद्यालय को उत्तर प्रदेश सरकार का श्रमिकों के प्रति भाव बताया। उन्होंने कहा कि 2014 में विकास व विरासत के जो सपने लिए गए थे, वो धीरे-धीरे साकार हो रहा है।
उन्होंने काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के बारे में कहा कि इस कार्यक्रम बहुत व्यापक स्तर पर लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें अद्भुत संगीत के साथ अद्भुत प्रस्तुति दी जा रही है। मुझे गर्व है कि इस धरती में इतनी प्रतिभाएं छिपी हैं, जिनसे मुझे जुड़ने का अवसर मिला है।
कार्यक्रमों में लगभग चालीस हजार लोगों ने भाग लिया तथा एक लाख से ज्यादे लोग दर्शक दीर्घा में उपस्थित हुए। आने वाले समय में यह कार्यक्रम अपनी अलग पहचान बनायेगा। देश दुनिया के पर्यटकों के लिये काशी आकर्षण का केंद्र बनेगा। काशी व संस्कृति एक ही हैं जिनको अलग नहीं किया जा सकता।
काशी को सांस्कृतिक राजधानी होने का गौरव प्राप्त है। यह नटराज की अपनी नगरी है, सारे स्वर महादेव के डमरू से उत्पन्न हुए हैं तथा सारी विधाएं बाबा के भाव से विकसित हुई हैं। उन्होंने कहा काशी मतलब सात वार व नौ त्योहार। कोई उत्सव गीत संगीत के बिना नहीं हो सकता है। उन्होंने बनारस के प्रमुख त्योहारों भरत मिलाप, नाग-नथैया, संकट मोचन संगीत समारोह, बुढ़वा मंगल, देव दीपावली सब संस्कृति से समाया हुआ है। उन्होंने कहा कि यहां का अपना लोकगीत है।
उन्होंने कहा बनारस के विभिन्न घराने, ठुमरी, कजरी, वीणा वादन यहां सदियों से है. बनारस के कलाकारों ने पूरे विश्व में अपना नाम व छाप छोड़ी है। मेरा सौभाग्य है कि यहां के आचार्यों से मिलने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने 15 अक्तूबर से 5 नवंबर तक आयोजित होने वाले काशी सांसद खेल कूद प्रतियोगिताओं हेतु पोर्टल, क्यू आर कोड को बटन दबाकर उद्घाटित किया।
उन्होंने भविष्य में काशी के इतिहास, त्यौहार, समृद्ध विरासत, खान-पान को लेकर आयोजित होने वाली सांसद ज्ञान प्रतियोगिता तथा काशी टूरिस्ट गाइड प्रतियोगिताओं के बारे में बोलते हुए टूरिस्ट गाइड को रोजगार का बड़ा अवसर बताया तथा कहा कि इससे भविष्य में उत्तम कोटी के टूरिस्ट गाइड विकसित हो सकेंगे। उन्होंने काशी को शिक्षा का केंद्र बताते हुए यहां के सर्व समावेशी स्वभाव की भी बात की।
कार्यक्रम में बोलते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैश्विक मंच पर भारत को एक नयी पहचान दिलाने वाले तथा दुनिया की सबसे पुरानी आध्यात्मिक नगरी काशी को भी नयी पहचान दिलाने वाले यहां के सांसद तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तर प्रदेश सरकार तथा काशीवासियों की तरफ से हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी।
उन्होंने चंद्रयान की सफलतम लैंडिंग तथा नारी शक्ति हेतु संसद से पास हुए महिला आरक्षण विधेयक को महत्वपूर्ण कदम बताते हुए प्रधानमंत्री के प्रयासों की सराहना की। पिछले 9.5 वर्षों में हमारा देश एक नए भारत के रूप में उभरा है, जिस पर हर भारतवासी को गर्व है। उन्होंने कहा कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति आपसे प्रेरणा लेता है कि किस प्रकार योजनाओं को बनाना तथा उनका सफल क्रियान्वयन आपकी क्षमता का परिचायक है।
उन्होंने सम्पूर्ण संस्कृत विश्वविद्यालय में नारी शक्ति द्वारा प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करने हेतु आयोजित कार्यक्रम की भी चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री के नारी शक्ति के प्रति भाव को याद किया। उन्होंने श्रमिकों के बच्चों हेतु बनकर तैयार अटल आवासीय विद्यालय को एक अभूतपूर्व कदम बताया तथा बताया कि प्रदेश के कुल 18 मंडलों में 16 में ये विद्यालय बनकर तैयार हैं तथा 2 बचे अटल आवासीय विद्यालय को भी जल्दी ही शुरू किया जाएगा।
वर्तमान सत्र में 1400 बच्चों को कक्षा 6 से 12 के कक्षाओं में प्रवेश दिया गया है। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं हेतु खेल कूद, कौशल विकास तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के हिसाब से पठन-पठान किया जायेगा तथा बच्चों को पूरी तरह निःशुल्क तथा पोषण युक्त भोजन दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव से अभिनव पहल की शुरुआत हुई है।
किसी सांसद द्वारा सांस्कृतिक कर्मियों को मंच देना अपने आप में अभूतपूर्व कदम है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोक परंपराओं को जिवित करने का अद्भुत प्रयास किया गया है।
बताते चलें कि वाराणसी में अटल आवसीय विद्यालय के तहत 80 विद्यार्थियों का एडमिशन कर लिया गया है। अटल आवासीय विद्यालय योजना के तहत गरीब मजदूरों के 6 से 14 साल की उम्र के बच्चों को राज्य सरकार की तरफ से प्राथमिक जूनियर हाई स्कूल और माध्यमिक स्कूल की गुणवत्तापरक शिक्षा निःशुल्क प्रदान की जाएगी।
वाराणसी के करसड़ा में 66.54 करोड़ रुपए से 12.25 एकड़ में बने अटल आवासीय विद्यालय में शुरू हुई है। स्कूल में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों में 40 छात्र और 40 छात्राएं हैं। इन विद्यार्थियों के लिए शिक्षा और रहने-खाने की सुविधा नि:शुल्क होगी।
सरकार की तरफ से बच्चों को खेलकूद एवं मनोरंजन की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। स्कूल ड्रेस, पढ़ाई के लिए किताबें एवं सामग्री आदि से संबंधित सभी प्रकार के खर्चे का वहन उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के द्वारा किया जाएगा। गौरतलब हैं कि गरीब निर्माण श्रमिक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए अटल आवासीय विद्यालय योजना शुरू की गई है।
जिनमें बच्चों को निः शुल्क आवास, वस्त्र, भोजन एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। यह स्कूल एक बोर्डिंग स्कूल की तरह कार्य करेगा, जहां बच्चों को कैंपस में ही रहना होगा। सर्वप्रथम प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में यह अटल आवासीय विद्यालय शुरू कर दिया गया है, वहीं बड़ी बात है कि जल्द ही इसे प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू होगी।
इनमें अलीगढ़, आगरा, कानपुर, बरेली, प्रयागराज, सोनभद्र, गोरखपुर, ललितपुर, बांदा, लखनऊ, आजमगढ़, अयोध्या, बस्ती, गोंडा, बुलंदशहर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर और वाराणसी शामिल हैं। इन सभी विद्यालयों को बनवाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा धनराशि खर्च किये हैं।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, उत्तर प्रदेश सरकार में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, स्टाम्प पंजीययन मंत्री रवीन्द्र जायसवाल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव, आयुष मंत्री दया शंकर मिश्र ‘दयालु’ शामिल थे रोहनिया विधायक डॉ सुनील पटेल, शहर दक्षिणी विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य अशोक धवन, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल समेत काशी सांसद सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागी व उनके अभिभावक उपस्थित रहे।
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Kashi MP Cultural Festival
Kashi MP Cultural Festival प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान शनिवार को सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में प्रदेशवासियों को बहुत बड़ी सौगात दी।
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